जानिए क्यों दही-चीनी स्वास्थ्य के लिए एक अच्छा कॉम्बिनेशन नहीं है

भारत में कोई शुभ या महत्वपूर्ण काम करने से पहले दही-चीनी खाने की काफी पुरानी प्रथा है. जब व्यक्ति कोई अच्छा या जरूरी काम करने के लिए घर से बाहर जा रहा होता है तो उसे ‘गुड लक’ के तौर पर दही-चीनी खिलाई जाती है. ऐसा आमतौर पर ज्यादातर घरों में किया जाता है. मगर क्या आप यह जानते हैं कि जिस कॉम्बिनेशन को आप ‘गुड लक’ के तौर पर खा रहे हैं, वो स्वास्थ्य के लिए कितनी नुकसादेह साबित हो सकती है?

दही-चीनी स्वास्थ्य के लिए एक अच्छा कॉम्बिनेशन नहीं है. अगर आप इसका रोजाना सेवन करेंगे तो आपको कई शारीरिक परेशानियों से दो-चार होना पड़ सकता है.

जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है कि दही-चीनी एक मीठा व्यंजन है. इसमें चीनी एक जरूरी सामग्री होती है, जो डायबिटीज़ के मरीजों के लिए जहर के समान है. अगर आप रोजाना ज्यादा मात्रा में दही-चीनी का सेवन करेंगे तो आपको डायबिटीज़ का खतरा पैदा हो सकता है और जिन्हें पहले से डायबिटीज़ है, उनका ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है.

इसमें कोई शक नहीं है कि दही एक हेल्दी फूड है. इसमें गुड बैक्टीरिया के साथ-साथ प्रोटीन, विटामिन D और कैल्शियम जैसे जरूरी पोषक तत्व होते हैं. हालांकि जब इसका ज्यादा मात्रा में चीनी मिलाकर सेवन किया जाता है तो ये दांतों में कैविटी यानी सड़न का कारण बनता है.

अगर किसी व्यक्ति में लैक्टोज इनटॉलेरेंस और शुगर सेंसिटिविटी की परेशानी है तो दही-चीनी के इस कॉम्बिनेशन से बचना जरूरी हो जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि इससे फिर डायरिया होने का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा, चीनी का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से आंत के माइक्रोबायोम में इम्बैलेंस पैदा हो सकता है, जो डाइजेशन प्रोसेस में बाधा का कारण बनता है.

दही और चीनी का कॉम्बिनेशन कैलोरी से भरपूर होता है. यही वजह है कि रोजाना इसका सेवन करने से वजन बढ़ सकता है. इतना ही नहीं, इसकी वजह से शरीर में कई परेशानियां भी जन्म ले सकती हैं.

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