कॉफी या ग्रीन टी हाई बीपी होने पर आपके दिल के लिए क्या अच्छा है,जानिए

अगर आप रोजाना दो कप से अधिक कॉफी पीते हैं, तो आपको हृदय रोग से मृत्यु का जोखिम दोगुना हो सकता है, अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, ये अध्ययन उच्च रक्तचाप वाले कॉफी पीने वालों पर लागू होते हैं – उन लोगों पर नहीं जिनका रक्तचाप गंभीर नहीं माना जाता है.शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि जो लोग एक दिन में केवल एक कॉफी पीते थे और रोजाना ग्रीन टी का सेवन करते थे, उन्हें हृदय रोग का अधिक खतरा नहीं था, चाहे उनका रक्तचाप माप कुछ भी हो.

स्टडी के मुताबिक आप औसत कप कॉफी से लगभग 80 से 90 मिलीग्राम कैफीन प्राप्त करने की उम्मीद कर सकते हैं और यह बीपी, हृदय गति को बढ़ाता है और रक्त वाहिकाओं को संकुचित करता है। इसलिए हाई बीपी के रोगियों में अत्यधिक कॉफी पीने से प्रतिकूल घटनाओं में तेजी आती है. साथ ही, अत्यधिक कॉफी पीना अत्यधिक तनाव का सरोगेट मार्कर है उनलोगों के लिए जो व्यक्ति काम पर जाता है,या घर पर रहता है.

एक्सपर्ट ने मुताबिक हृदय रोगियों और उच्च रक्त चाप वाले मरीजों को पोषण संबंधी सलाह में कैफीन का अत्यधिक सेवन न करने की सलाह दी है क्योंकि इससे हृदय गति रक्तचाप और जनता के स्तर को बढ़ावा मिलता है. उच्च जोखिम वाले समूह के लोगों के लिए निश्चित रूप से कैफीन का लेना ठीक नहीं है.

वहीं पिछले अध्ययनों ने संकेत दिया है कि एक दिन में एक कप कॉफी दिल के दौरे से बचे लोगों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकती है और स्वस्थ लोगों में दिल के दौरे या स्ट्रोक को रोक सकती है, अन्य अध्ययनों में यह भी सुझाव दिया गया है कि नियमित रूप से कॉफी पीने से लोगों में कुछ पुरानी बीमारियों के विकास का जोखिम कम हो सकता है, अवसाद के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है और भूख को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है, वहीं शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला कि उच्च रक्तचाप वाले लोगों में कॉफी और ग्रीन टी के सेवन के प्रभावों के बारे में अधिक जानने के लिए और अध्ययन की आवश्यकता है.

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