जानिए, ‘एग यॉक’ vs ‘एग वाइट’: अंडे का कौन सा भाग ज्यादा फायदेमंद होता है

अंडे का सफेद हिस्सा और उसकी जर्दी (एग यॉक) दोनों ही सेहत के लिहाज से काफी फायदेमंद होते हैं. दरअसल अंडे की जर्दी (अंडे के अंदर वाला हिस्सा) में हाई फैट और अमीनो एसिड होता है. जबकि सफेद भाग प्रोटीन से भरपूर होता है. ये दोनों मिलकर हमारे शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं.

कुछ लोग सिर्फ अंडे के सफेद भाग को खाना पसंद करते हैं. जबकि कुछ लोग एग यॉक का सेवन करना ज्यादा पसंद करते हैं. अंडे प्रोटीन से भरपूर होते हैं. इसका मतलब है कि उनमें सभी नौ जरूरी अमीनो एसिड होते हैं. वो अमीनो एसिड, जो शरीर अपने आप नहीं बना सकता है और इसे भोजन से हासिल करना होता है.

जिन लोगों को दिल से जुड़ी बीमारियां हैं, उनके लिए अंडे का सफेद भाग काफी ज्यादा फायदेमंद होता है. ये भाग हाई कैलोरी वाला भोजन होता है, जो शरीर को प्रोटीन प्रदान करता है. लेकिन कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ाता. इसके अलावा इसमें कई तरह के अमीनो एसिड भी होते हैं, जो मांसपेशियों के विकार को बढ़ावा देते हैं और मांसपेशियों के निर्माण में मददगार होते हैं.

अंडे की जर्दी यानी ‘एग यॉक’ में कैरोटेनॉयड्स, ल्यूटिन और जेक्सैंथिन होते हैं. ये सभी एंटीऑक्सिडेंट मांसपेशियों के निर्माण में काफी मददगार साबित होते हैं और शरीर में बायोटिन जैसे कंपाउंड को बढ़ावा देने का काम करते हैं. जो लोग बहुत दुबले-पतले होते हैं, उनके लिए इसका सेवन बहुत ज्यादा फायदेमंद होता है. इसके अलावा, बालों की मजबूती और चेहरे की बनावट को भी बढ़ावा देता है.

अंडे की जर्दी या अंडे का सफेद भाग अलग-अलग स्थितियों में शरीर को फायदा पहुंचाता है. हालांकि कई लोग एग यॉक को हेल्दी नहीं मानते हैं. लोगों का मानना है कि एग यॉक कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने का काम करता है. यही वजह है कि लोग अंडे की जर्दी को खाने से परहेज करते हैं और सिर्फ सफेद वाले भाग का ही सेवन करते हैं. अंडे का सफेद भाग, जहां वजन कम करने की चाहत रखने वालों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. वहीं अंडे की जर्दी भी शरीर के लिए उतनी ही जरूरी होती है.

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