जानिए अगर माइग्रेन, डाइबिटीज, अस्थमा जैसी परेशानी है तो केला बिल्कुल न खाये

केला हेल्दी डाइट के रूप में देखा जाता है. जिम में जाने वाला यूथ दूध के साथ केले का सेवन करता है. केला कैलोरी से भरपूर होता है. इसी कारण यह एनर्जी का अच्छा सोर्स माना जाता है. आमतौर पर रिश्तेदारी में जाते समय भी लोग फल के तौर पर केला खरीदकर ले जाना पसंद करते हैं. फिजिकली कमजोरी होने पर डॉक्टर केला खाने की सलाह देते हैं. अकसर आपने भी केला खाने के फायदे ही सुने होंगे. तो क्या केला खाने के केवल लाभ ही है.

जिन लोगों में डायबिटीज की समस्या रहती है. डॉक्टर उन्हें केला नहीं खाने की सलाह देते हैं. दरअसल, केला शर्करा से भरपूर होता हे. इसके खाने से ब्लड में शुगर लेवल बढ़ सकता है. इससे डायबिटीज की समस्या और अधिक गंभीर हो सकती है.

यदि लूज मोशन हो रहे हैं तो व्यक्ति को केला खाने की सलाह दे जाती है. लेकिन यदि पेट सही है तो अधिक केला पेट में कब्ज की समस्या पैदा कर सकता है. इससे पेट फूलने और गैस की समस्या हो सकती है.

माइग्रेन ब्रेन की समस्या है. इसमें आधे सिर में दर्द होता है. इसे आधी शीशी का दर्द भी कहा जाता है. यदि माइग्रेन की समस्या से पीड़ित हैं और केला खा रहे हैं तो इससे बचना चाहिए. इससे माइग्रेन की समस्या बढ़ सकती है. दरअसल, माइग्रेन में अमीनो एसिड टाइरोसिन पाया जाता है. बॉडी में पहुंचकर यह टायरामाइन में बदल जाता है. इससे माइग्रेन बढ़ने की संभावना रहती है.

केले की नेचर ठंडी मानी जाती है. यदि पहले से ही सांस की समस्या से जूझ रहे हैं तो केला खाने से परहेज करना चाहिए. केला खाने से मरीजों में सांस की समस्या बढ़ सकती है. इसके अलावा केला खाने से कुछ लोग में एलर्जी की परेशानी बढ़ने लगती है

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