जानिए,डायबिटीज के मरीजों को खाना चाहिए पपीते का बीज, कंट्रोल में रहता है ‘शुगर’

इन दिनों डायबिटीज की बीमारी से बड़ी संख्या में लोग पीड़ित हैं. बल्ड में शुगर का लेवल बढ़ जाने की वजह से यह समस्या पैदा होती है. डायबिटीज अनुवाशिंक बीमारी हो सकती है. हालांकि आजकल ज्यादातर लोगों में खराब लाइफस्टाइल की वजह से यह रोग पैदा हो रहा है. डायबिटीज के मरीजों को अपने खानपान का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है. उन्हें ऐसा आहारा खाने की सलाह दी जाती है, जिसके सेवन से न तो ब्लड शुगर का लेवल सामान्य से नीचे जाए और ना ही सामान्य से ऊपर.

डायबिटीज के मरीज अगर खाने-पीने की आदत पर ध्यान दें, तो इस समस्या से आसानी से निजात पाया जा सकता है. कुछ फूड प्रोडक्ट्स से ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है, जैसे- पपीते के बीज. डायबिटीज़ से पीड़ित लोगों के लिए पपीते के बीज काफी फायदेमंद होते हैं.

पपीते में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है. यही वजह है कि हेल्थ एक्सपर्ट इसे डायबिटीज के मरीजों को डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं. ये डाइजेशन सिस्टम को हेल्दी रखने में मदद करता है. इसके अलावा, बल्ड शुगर लेवल के स्पाइक्स का कारण भी नहीं बनता.

पपीते के बीज डायबिटीज़ के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद बताए जाते हैं. पपीते में मौजूद पपैन एंजाइम डाइजेशन में मदद करता है. डायबिटीज के मरीज अगर रोजाना पपीते के बीज खाएं तो उन्हें ये 4 फायदे मिल सकते हैं.

पपीते के बीज में भी भरपूर मात्रा में फाइबर होता है. इसके सेवन से दिल के स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने में मदद मिलती है और ब्लड शुगर का लेवल भी कंट्रोल में रहता है.

पपीते के बीज फ्लेवोनोइड्स, पॉलीफेनोल्स और बाकी एंटीऑक्सिडेंट से भी भरपूर होते हैं, जो जायबिटीज जैसी खतरनाक बीमारियों से प्रोटेक्शन देते हैं.

एक अध्ययन के मुताबिक, पपीते के बीजों ने डायबिटीज से होने वाले ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के खिलाफ इनहिबिटरी एक्टिविटी दिखाई है.

शोध से मालूम चलता है कि पपीते के बीज ब्लड शुगर लेवल को कम करने में हेल्प कर सकते हैं. क्योंकि इनमें मिथाइल एस्टर, ओलिक एसिड और हेक्साडेकोनिक एसिड जैसे एंटी-डायबिटिक कंपाउंड होते हैं.

वैसे तो पपीते के बीजों को खाना पूरी तरह से सेफ है. लेकिन इन्हें हमेशा कम मात्रा में ही खाना चाहिए. क्योंकि ज्यादा सेवन से बुरे प्रभाव भी देखने को मिल सकते हैं, जैसे-

पपीते के बीज बहुत काफी कड़वे होते हैं. यही वजह है कि ये कुछ लोगों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिस्टरबेंस का कारण बन सकते हैं.

प्रेग्नेंट या ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाओं को पपीते के ज्यादा बीज खाने से बचना चाहिए, क्योंकि एंजाइम शरीर पर बुरे प्रभाव डाल सकते हैं.

जैसा कि हमने बताया कि पपीते के बीज कड़वे होते हैं, इसलिए इन्हें कच्चा खाना थोड़ा मुश्किल साबित हो सकता है. आप इनका पाउडर बनाकर सेवन कर सकते हैं या जूस, स्मूदी और डेसर्ट में डालकर खा सकते हैं.

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