उत्तर प्रदेश सरकार ने शुरू किया, मेगा स्वच्छता अभियान

लखनऊ (एजेंसी/वार्ता) उत्तर प्रदेश के शहरी विकास मंत्री ए के शर्मा ने गुरुवार को राज्य के 75 जिलों के 750 नगर निकायों के लिए 75 घंटे का ‘स्वच्छ भारत मिशन अर्बन’ के तहत एक व्यापक स्वच्छता अभियान की शुरुआत की।श्री शर्मा ने राज्य की राजधानी में हुसैनगंज क्षेत्र में महाराणा प्रताप चौराहा से प्रतिबध 75 जिले, 75 घंटे, 750 नगर निकाय अभियान की शुरुआत की।

इस अभियान का उद्देश्य उत्तर प्रदेश को गारबेज वल्नरेबल पॉइंट्स (जीवीपी) मुक्त बनाना है। उन्होंने अभियान की शुरुआत करते हुए नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने घरों, दुकानों और प्रतिष्ठानों का कूड़ा इधर-उधर न फेंके, बल्कि कूड़ा-कचरा अलग-अलग कर स्थानीय निकायों को उपलब्ध कराएं ताकि इसका सदुपयोग हो सके।

एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि स्वच्छता अभियान के तहत राज्य के लगभग 750 नगरीय निकायों में कचरा संग्रहण के मामले में जीवीपी और संवेदनशील स्थलों को स्वच्छ स्थानों में बदलने की योजना है उन्हाेंने कहा कि इस अभियान को तेज करने के लिए स्थानीय निकाय संचालनालय के अंतर्गत ‘स्वच्छ भारत मिशन’ द्वारा सभी नगर आयुक्तों को पत्र के माध्यम से समय सीमा में अभियान चलाकर लक्ष्य को पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।

इन स्थानों की साफ-सफाई कर सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा और कई को सेल्फी प्वाइंट के रूप में विकसित किया जाएगा। प्रवक्ता ने कहा कि इसका शीर्षक है, प्रतिबद्ध 75 जिले, 75 घंटे, 750 नगर निकाय’ है। इस अभियान के तहत सभी तरह के दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। पिछले महीने को चिह्नित करें क्योंकि भारत स्वतंत्रता का 75 वर्ष मना रहा है।

राज्य में स्वच्छ भारत मिशन-शहरी अभियान आज से शुरू किया जा रहा है। इस अभियान के तहत सभी नगरीय निकायों से अपेक्षा की जाती है कि वे अपने-अपने क्षेत्र के सभी जीवीपी को फिर से चिह्नित करें। एक से तीन दिसंबर तक ऐसी सभी साइटों में अभियान चलाकर कूड़ा करकट को हमेशा के लिए खत्म किया जाएगा।

हटाए गए कूड़े से गारबेज वल्नरेबल प्वाइंट्स से प्राप्त कचरे को गीले और सूखे कचरे के रूप में अलग किया जाएगा, जिसका आगे निस्तारण किया जाएगा। अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया है कि वे प्लास्टिक, बोतल और कांच के कचरे का संग्रह करें और उसके आकलन के बाद उसका रिकॉर्ड रखें।

‘स्वच्छ भारत मिशन शहरी’ में जिला स्तर पर कार्यरत जिला समन्वयक एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक के साथ-साथ स्वच्छता संवर्ग के अधिकारी या कर्मचारी अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
जनभागीदारी से जनता को जागरुक किया जाएगा।

प्रतिबध 75 जिले 75 घंटे 750 निकाय अभियान में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले निकायों को नगर निगम, नगर परिषद और नगर पंचायत में तीन मुख्य श्रेणियों में जनसंख्या के आधार पर, पांच उप-श्रेणियों के तहत राज्य स्तर पर पुरस्कृत किया जाएगा। प्रत्येक श्रेणी के विजेताओं को निकायों में दूसरों के लिए एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा।

एजेंसी/वार्ता

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