मार्क्सवादी कांग्रेस पार्टी (माकपा) ने बृहस्पतिवार को चुटकी लेते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता अभिषेक बनर्जी को पार्टी सांसद महुआ मोइत्रा के ‘धन लेकर सवाल पूछने’ से जुड़े विवाद पर टिप्पणी करने में कई दिन लग गये। माकपा ने आरोप लगाया कि चूंकि उन्होंने (महुआ ने) अरबपति गौतम अड़ाणी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ बोला है इसलिए तृणमूल इससे बच रही है।
तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा के समर्थन में आगे आते हुए बनर्जी ने कहा था कि जो कोई भी सरकार से सवाल कर रहा है उसे केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार द्वारा ‘परेशान’ किया जा रहा है।
यह पूछे जाने पर कि मोइत्रा मुद्दा सामने आने के बाद टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव को इस पर टिप्पणी करने में कई दिन क्यों लग गए, माकपा केंद्रीय समिति के सदस्य सुजान चक्रवर्ती ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ दल इस मामले पर बोलने से कतरा रहा है।
उन्होंने कहा, ”महुआ मोइत्रा ने अडानी और (प्रधानमंत्री) नरेन्द्र मोदी के खिलाफ बोला है, इसलिए टीएमसी टिप्पणी करने को तैयार नहीं है।”
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने मोइत्रा के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से संपर्क किया था और उन पर उपहार के बदले व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के इशारे पर अडानी समूह को निशाना बनाने के लिए लोकसभा में सवाल पूछने का आरोप लगाया था।
– एजेंसी