अभिषेक बनर्जी को प्रवर्तन निदेशालय का समन एक छलावा था : माकपा

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि स्कूल नौकरी घोटाला मामले में तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का समन एक ‘छलावा’ था।

बनर्जी सुबह ग्यारह बजकर दस मिनट पर अधिकारियों के समक्ष पेश हुए और करीब एक घंटे बाद केंद्रीय जांच एजेंसी के कार्यालय से बाहर आए।

माकपा केंद्रीय समिति के सदस्य सुजान चक्रवर्ती ने जांच के नतीजे के बारे में आशंका व्यक्त करते हुए कहा, ‘बनर्जी को ईडी का समन एक छलावा था।’

माकपा नेता ने कहा, ‘बनर्जी को पता था कि उन्हें डरने की कोई जरूरत नहीं है।’

तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ने ईडी कार्यालय से बाहर आने के बाद कहा कि उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है और वह पश्चिम बंगाल में कथित स्कूल नौकरी घोटाले की जांच में केंद्रीय एजेंसी के साथ सहयोग करने के लिए हमेशा तैयार हैं।

तृणमूल कांग्रेस सांसद ने कहा कि उन्होंने एजेंसी को लगभग 6,000 पन्नों का जवाब और उसके द्वारा मांगे गए सभी दस्तावेज सौंपे हैं।

राज्य को मनरेगा का बकाया जारी करने की मांग को लेकर नई दिल्ली में एक विरोध रैली में भाग लेने के लिए तीन अक्टूबर के समन से गायब रहने के बाद डायमंड हार्बर के सांसद को केंद्रीय एजेंसी ने तलब किया था।

एजेंसी ने कथित स्कूल भर्ती घोटाले में 13 सितंबर को बनर्जी से करीब नौ घंटे तक पूछताछ की थी।

– एजेंसी