बारिश के मौसम में कई लोगों को स्किन से जुड़ी समस्याएं या यूं कहें कि स्किन की खुजली काफी ज्यादा परेशान करती है. सबसे बड़ी मुसीबत तब होती है जब आप खुजली का इलाज कराते हैं. इलाज के बाद खुजली तो ठीक हो जाती है लेकिन दोबारा फिर से वापस आ जाती है. कभी-कभी नौबत तो यह हो जाती है कि आप दवा खा रहे हैं तब खुजली कंट्रोल में है और दवा बंद करते ही खुजली फिर से जोर मार देती है. यह पूरा साल चलता रहता है. मतलब पूरे साल खुजली एक-दो महीने के अंतराल पर रहती ही है. खासकर इंडिया में फंगल इंफेक्शन एक बहुत बड़ी मुसीबत है. यहां 61.5 प्रतिशत लोग ऐसे हैं जो कभी न कभी फंगल इंफेक्शन के शिकार होते ही हैं. अब सवाल यह उठता है कि आखिर इसके पीछे का कारण क्या है? दाद, खाज खुजली एक बार ठीक होने के बाद दोबारा हो जाता है तो इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है कि इसका इलाज ठीक से नहीं किया जा रहा है.
एक बार ठीक होने के बाद क्यों दोबारा होने लगता है खुजली
कुछ लोगों को ऐसा लगता है कि घर का कोई क्रीम या घरेलू उपचार कर लिया तो फंगल इंफेक्शन ठीक हो जाएगा. लेकन ऐसा बिल्कुल नहीं होता है. इसका सही इलाज करवाना बेहद जरूरी है. सबसे पहले तो यह पता लगाना बेहद जरूरी है कि आपको किस तरह के फंगस से दाद, खाज खुजली हुई है इसका पता लगाना बेहद जरूरी है. क्योंकि देश के अलग-अलग कोने में अलग-अलग फंगस से लोगों को स्किन से जुड़ी बीमारी होती है. क्योंकि देश में हर जगह का अलग जलवायु और मौसम रहता है. फंगस की टी. मेटाग्रोफाइट्स, जो टीनिया या रिंगवर्म (दाद, खुजली) अक्सर मुंबई, कोलकाता और समुद्री इलाकों की नमी वाले वातावरण में ज्यादा होते हैं. जबकि एथलीट्स फुट, जोक इच और रिंगवर्म (टी. रूब्रम) अक्सर दिल्ली वाले एरिया में देखे गए हैं. साथ ही लखनऊ और हैदराबाद में ऐसे बीमारी देखे गए हैं. कई लोग लगातार क्रीम लगाते रहते हैं लेकिन फंगस ठीक से मरता नहीं है बल्कि वो फैलता है.
क्या है फंगल इंफेक्शन का इलाज
दाद या खुजली स्किन पर पपड़ी या छाले की तरह निकल जाते हैं. और बाद में लाल स्पॉट की तरह दिखने लगते हैं. कई लोगों को लगता है कि इसका घरेलू उपचार करके इसे ठीक किया जा सकता है लेकिन यह मुमकिन नहीं है. फंगल इंफेक्शन का तत्काल और तुरंत इलाज बेहद जरूरी है वरना तेजी से फैलने लगता है. और शरीर के दूसरे अंगों को भी प्रभावित करताहै. फंगल इंफेक्शन से बचना है तो खुद की साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें. दूसरे के तौलिये, कंघी और ब्रश का इस्तेमाल भूल से भी न करें. हाइजीन का ध्यान ज्यादा से ज्यादा रखें. भीड़भाड़ वाले इलाके में एक चीज का ध्यान रखें कि आपकी स्किन किसी दूसरे से टच न हो.स्किन की बीमारी ज्यादा बढ़ जाए इससे पहले तुरंत डॉक्टर से मिलें. उनसे सलाह लें और दवा टाइम पर खाएं.
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