जानिए,इन कारणों की वजह से मानसून में आपको डाइट में जरूर शामिल करनी चाहिए काली मिर्च

मानसून प्रचंड गर्मी से जहां राहत देता है वहीं कई सारी स्वास्थ्य संबंधित चिंताओं को भी बुलावा देता है. अक्सर बरसात का मौसम हमारी प्रतीक्षा प्रणाली को कमजोर कर देता है. जिससे हम सर्दी, खांसी और पाचन समस्याओं के प्रति संवेदनशील हो जाते हैं. हालांकि इससे निपटने के लिए कई सारी नेचुरल रेमेडीज मौजूद है. इन्हीं में से एक है काली मिर्च. यह ना सिर्फ आपके खाने में स्वाद जोड़ती है. बल्कि आपके सेहत के लिए भी कई फायदे प्रदान करती है. खासकर के मानसून के मौसम में इससे आपको खूब फायदा पहुंचता है. आइए जानते हैं मानसून में काली मिर्च को अपने डाइट का हिस्सा बनाने से कौन-कौन से फायदे मिलते हैं.

मानसून में डाइट में काली मिर्च शामिल करने के फायदे
इम्यूनिटी बूस्टर-काली मिर्च एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी से भरपूर होती है, जो इसे एक स्ट्रॉन्ग इम्यून बूस्टर बनाती है. मानसून के मौसम के दौरान जब संक्रामक रोग बहुत ज्यादा बढ़ जाते हैं तो काली मिर्च का सेवन आपके शरीर की रक्षा तंत्र को बढ़ा सकता है. यह आपकी प्रतीक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करता है.हानिकारक रोगजनकों से बचाता है और बीमार पड़ने के जोखिम को कम करता है.

फ्लू से बचाए-मॉनसून अक्सर सर्दी खांसी और कंजेशन जैसी सांस संबंधी समस्याएं लेकर आता. काली मिर्च एक प्राकृतिक कफ तोड़ने के रूप में कार्य करती है. यह बलगम के जमाव से राहत दिलाने में मदद करती है. काली मिर्च में पाया जाने वाला पिपेरिन नमक तीखा कंपाउंड वायु प्रवाह को उत्तेजित करता है और नेजेल कंजेशन को दूर करता है.

पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाए- काली मिर्च हमारे शरीर में पोषक तत्वों की बायोअवेलेबिलिटी को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है इसमें पिपेरिन नामक एक योगिक होता है जो विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट जैसे अलग-अलग पोषक तत्व के अवशोषण में सुधार करता है.अपने भोजन में काली मिर्च को शामिल करके, आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपका शरीर अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक आवश्यक पोषक तत्वों को प्रभावी ढंग से अवशोषित करता है.

इंफेक्शन से बचाए-मानसून के मौसम में वातावरण में बैक्टीरिया और वायरस की मौजूदगी के कारण संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है. काली मिर्च में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो कई बैक्टीरिया के विकास को रोक सकते हैं. ये एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक के रूप में कार्य करता है, हानिकारक बैक्टीरिया के विकास को रोकता है और संक्रमण के खतरे को कम करता है. काली मिर्च का नियमित सेवन माइक्रोबियल आक्रमण से बचाने और आपको स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है.

पाचन में सुधार- मानसून के मौसम में अपच, सूजन और पेट की परेशानी जैसी पाचन संबंधी समस्याएं आम हैं. काली मिर्च पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड के स्राव को बढ़ाकर पाचन को बढ़ावा देती है. यह जटिल खाद्य घटकों को तोड़ने में सहायता करता है और पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाता है. इसके अलावा, काली मिर्च में ऐसे गुण होते हैं जो पेट फूलने से राहत दिलाने और आंतों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करते हैं.

जोड़ों के दर्द से राहत- मानसून के मौसम में गठिया, जोड़ों का दर्द और सूजन जैसी सूजन संबंधी बीमारियां बढ़ सकती हैं. काली मिर्च में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो इन स्थितियों से राहत दिला सकते हैं. सक्रिय यौगिक पिपेरिन को सूजन को कम करने और दर्द को कम करने के लिए जाना जाता है.

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