कैंसर एक गंभीर बीमारी है. भारत मे मुंह का कैंसर सबसे आम कैंसरों में है. ओरल कैंसर में होंठ, जीभ, गाल, मुंह के तल, कठोर और नरम तालु, साइनस और ग्रसनी के कैंसर शामिल हैं. यदि इसका शीघ्र निदान और उपचार नहीं किया जाता तो यह जीवन के लिए खतरा हो सकता है. अगर इसे जल्दी पकड़ा जाता है, तो डॉक्टरों के इलाज के लिए मुंह का कैंसर बहुत आसान होता है.
वेब एमडी की एक खबर के अनुसार अमेरिका में लगभग 50,000 लोगों को हर साल मुंह का कैंसर होता है, जिनमें 70 प्रतिशत पुरुष होते हैं. मुंह के कैंसर के इलाज के किए सबसे जरूरी है इसका पता चलना. अगर शुरुआती चरण में मुंह के कैंसर का पता लग जाता है तो इसका इलाज संभव है. इसलिए जरूरी है कैंसर का शुरुआत में पता लगना. इसके आवश्यक है कि आपको कैंसर के शुरुआती लक्षण पता हों.
मुंह में सफेद, लाल या धब्बेदार धब्बे होंठ, मसूड़े, गाल, या मुंह के अंदर अन्य क्षेत्रों पर सूजन, गांठ या धक्कों, खुरदरे धब्बे दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. मसूड़ों, जीभ या मुंह पर लाल-सफेद मोटे धब्बे खतरनाक हो सकते हैं. इसलिए अगर ये लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
अगर मुंह मे लगातार बलीडिंग होती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. यह मुंह के कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं.
मुंह या गर्दन के किसी भी क्षेत्र में अस्पष्ट सुन्नता, या दर्द होना मुंह के कैंसर के संकेत हो सकते हैं.
चेहरे, गर्दन या मुंह पर लगातार घाव होना, जिससे आसानी से खून निकल जाए और 2 सप्ताह में ठीक न हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. ये मुंह के कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं.
गले के पिछले हिस्से में कुछ फंसा हुआ महसूस होने का दर्द, खाना चबाने या निगलने, बोलने या जबड़े या जीभ को हिलाने में कठिनाई, कर्कशता, पुरानी गले में खराश या आवाज में बदलाव में दिखाई दे तो तुंरत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. हालांकि कैंसर के अलावा अन्य कुछ बीमारियों में भी ये लक्षण दिखाई देते हैं.
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