क्या आप जानते है तिल का तेल खाने का स्वाद ही नहीं बढ़ाता बल्कि आपको सेहतमंद भी रखता है. दिल की सेहत से लेकर डायबिटीज को कंट्रोल करने में तिल का तेल काफी फायदेमंद होता है. अगर आप हर दिन तिल के तेल को कुकिंग ऑयल की तरह इस्तेमाल करते हैं तो इसमें मौजूद पोषक तत्व हार्ट को मजबूत बनाने के साथ ही इन्फ्लेमेशन से भी आपको बचाते हैं. यह सूरज की किरणों से स्किन को भी डैमेज नहीं होने देता है.
तिल का तेल दिल की सेहत के लिए वरदान से कम नहीं है. इस तेल में ओमेगा-3, ओमेगा-6 और ओमेगा-9 फैटी एसिड का बैलेंस्ड रेशो पाया जाता है. ओमेगा-3 और ओमेगा-6 पॉलीअनसैचुरेटेड होते हैं. वहीं, ओमेगा-9 फैटी एसिड मोनोअनसेचुरेडेट होता है. स्टडी के मुताबिक, इन हेल्दी फैट्स को अगर आप डाइट में रखते हैं तो दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है.
तिल के तेल का इस्तेमाल एंटी-इन्फ्लेमेटरी मेडिसिन के तौर पर होता रहा है. जोड़ों का दर्द, दांतों के दर्द, कट या प्रीमैन्स्ट्रुअल क्रैम्प्स में इसका इस्तेमाल किया जाता है. भारतीय घरों में लंबे समय से इसका इस्तेमाल होता है.
डायबिटीज के मरीजों के लिए तिल का तेल रामबाण होता है. यह ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट करने में मदद कर सकता है. एक स्टडी में पाया गया है कि अगर वयस्क तिल के तेल का सेवन करते हैं तो उनमें फास्टिंग ब्लड शुगर और हीमोग्लोबिन A1C में कमी होता है.
आजकल की लाइफस्टाइल की वजह से डिप्रेशन की समस्या आम होती जा रही है. युवाओं में मेंटल हेल्थ की समस्या देखी जा रही है. ऐसे में तिल का तेल काफी असरदार हो सकता है. इसके इस्तेमाल से तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है.
धूप से कई लोगों की स्किन डैमेज होने लगती है. ऐसे में तिल का तेल फायदेमंद होता है. कुछ रिसर्च में पाया गया है कि तिल के तेल में पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट्स स्किन को यूवी डैमेज से बचाने में मददगार होता है. इस तेल में 30 प्रतिशत तक यूवी किरणें रोकने की क्षमता है.
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