डॉक्टर इस बात से अधिक परेशान हैं कि युवा हार्ट अटैक के शिकार हैं. वहीं, डॉक्टरों ने यूथ व अन्य वर्ग को इस बात को लेकर भी आगाह किया है कि सीने में दर्द हार्ट अटैक का एक लक्षण होता है. लेकिन जरूरी नहीं कि ये हार्ट अटैक ही हो. कई बार हार्ट अटैक नहीं होता है और अन्य परेशानी की वजह से भी सीने मेें दर्द हो रहा होता है. हार्ट अटैक के सभी लक्षणों पर गौर किया जाना चाहिए. ऐसे ही लक्षणों को जानने की कोशिश करेंगे. यदि हार्ट अटैक नहीं भी है, तब भी सीने में दर्द होने लगता है.
हार्ट अटैक के लक्षणों की पहचान करना जरूरी है. हार्ट के कुछ लक्षण स्पेसफिक भी होते हैं. मसलन हार्ट के लक्षण ही देखें तो इसमें छाती में बैचेनी महसूस होना, सीने में दबाव महसूस होना, कंधे तक जाने वाला दर्द, सांस लेने में कठिनाई, थोड़ा बहुत काम करते ही सांस फूलने लग्न, एक साथ पसीना आना, उल्टी और चक्कर आना महसूस होना शामिल हैं.
ऐसा नहीं है कि सीने में दर्द केवल हार्ट अटैक आने पर ही होता है. यदि हार्ट अटैक नहीं हैं तो भी लक्षण दिख सकते हैं. यदि एसिडिटी की गंभीर समस्या है तब भी सीने में दर्द हो सकता है. खांसने पर दर्द होना, निगलने पर परेशानी होना, लगातार कई घंटे तक दर्द होना भी हार्ट अटैक का लक्षण नहीं माना जाता है. इसके अलावा सीने में दर्द न्यूरोपैथिक पेन, फेफड़ों में परेशानी होने पर भी सीने में दर्द हो सकता है.
हार्ट अटैक के लक्षण कई बार एक महीने पहले से ही दिखने शुरू हो जाते हैं. यदि सीने में दर्द, सांस लेने में परेशानी, कंधे के पीछे तक दर्द होने पर हलके में नहीं लेना चाहिए. इसके लिए तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए. यदि खट्टी डकार आ रही हैं और सीने में दर्द बना है. हर्ट बर्न की शिकायत हो रही है तो एसिडिटी के लिए दवा ले लेनी चाहिए. बावजूद इसके परेशानी बनी हुई तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए.
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