पेट में दर्द होने पर आप क्या करते हैं. क्या उसे साधारण दर्द मान कर छोड़ देते हैं. ज्यादा से ज्यादा एसिडिटी या गैस की वजह से होने वाली तकलीफ मान कर आप उसकी दवा लेते होंगे. या, कुछ घरेलू उपचार अपना लेते होंगे. ये भी संभव है कि ऐसे तरीकों से आपको आराम भी मिल जाता होगा. पर, ये ध्यान रखें कि इस तरह के इलाज से आपको राहत मिलती है आपके दिल को नहीं. कई बार पेट में होने वाला दर्द दिल के लिए घातक हो सकता है.
पेट में दर्द बहुत से तरीके का होता है. हर दर्द अलग अलग इशारे करता है.
एक दर्द आम किस्म का होता है. जिसे मरोड़ का नाम दे दिया जाता है. आमतौर पर ये दर्द आंत के किसी इंफेक्शन की वजह से होता है. इस तरह के दर्द में पेट में कुछ तेजी घूमता हुआ लगता है. उसकी के साथ दर्द का अहसास भी होता है. इस तरह के दर्द के दौरान दस्त भी लग सकते हैं.
पेट में दाईं तरफ दर्द हो तो वो दर्द अपेंडिक्स का भी हो सकता है. ये दर्द नाभि के पास भी तेज महसूस होता है. ऐस दर्द महसूस हो तो एसिडिटी समझ कर छोड़ देने की बजाए डॉक्टर को दिखाएं.
पेट से लेकर कमर तक तेज दर्द महसूस हो रहा हो तो उसकी वजह पथरी भी हो सकती है. पथरी का दर्द अक्सर सुई चुभने जैसा भी महसूस होता है. पेनक्रियाज, लिवर या किडनी में स्टोन कहीं भी हो सकता है.
आपके पेट के ऊपरी भाग में दर्द रहता हो तो उसे इग्नोर बिलकुल न करें. इसे सामान्य दर्द मानने की भूल महंगी पड़ सकती है. जरूरी नहीं कि ये दर्द एसिडिटी की वजह से ही हो रहा हो. इसका कारण मायोकार्डियक इंफेक्शन भी हो सकता है. ये एक ऐसा इंफेक्शन है जो सीधे हार्ट पर असर डालता है लेकिन दर्द पेट में पता चलता है.
इस तरह का दर्द उठने पर ईसीजी कराने में देरी न करें और डॉक्टर को भी इसकी पूरी जानकारी दें. ये दर्द कभी भी हार्ट अटैक का कारण भी बन सकता है.
यह भी पढे –
सेहत ही नही त्वचा को खूबसूरत बनाने में भी केला किसी वरदान से कम नहीं,जानिए