इनडाइजेशन की समस्या से हैं परेशान तो करे ये काम,जानिए

हमारी बिजी लाइफ स्टाइल सबसे ज्यादा हमारी सेहत को ही नुकसान पहुंचा रही है. भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग ना तो समय पर खाना खा पा रहे हैं और ना ही सही डाइट ले पा रहे हैं. यही वजह है कि अक्सर पेट दर्द होने की समस्या परेशान करती है. इसके पीछे की वैसे तो कई वजह हैं लेकिन बाहर का मसालेदार खाना, फास्ट फूड और बिगड़ती लाइफस्टाइल यह कुछ प्रमुख कारण हैं जो आपके डाइजेशन को बिगाड़ रहे हैं. दरअसल खानपान में लापरवाही और दिनचर्या की गलत आदतों की वजह से खाना ठीक तरीके से पच नहीं पाता और यही पेट और गैस बनने की वजह बन जाता है. तो अगर आप अपना डाइजेशन बेहतर रखना चाहते हैं तो अपनी लाइफस्टाइल को सुधारें.

दही, इडली, किमची, और चीज़ जैसे फ़ूड आपके आंतों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं. इन फूड आइटम्स में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो गट हेल्थ को हानिकारक बैक्टीरिया से बचाने में मदद करते हैं. फर्मेंटेड फूड खाने से कई हेल्थ बेनिफिट्स होते है जिनमें गैस और सूजन शामिल हैं.

साबुत गेहूं, जई, जौ, ब्राउन राइस, क्विनोआ और पॉपकॉर्न साबुत अनाज के बेहतरीन उदाहरण हैं. इसमें भी प्रीबायोटिक्स होते हैं जो स्वस्थ बैक्टीरिया के लिए भोजन हैं.

फल पोषक तत्वों का भंडार होते है. खासकर सेब, नाशपाती, केला, रसभरी और पपीता आपके पेट के लिए अच्छा होता है. फल फाइबर ,विटामिन और खनिजों से भरे होते हैं जो डाइजेशन में मदद करते हैं.

पुदीना, अदरक, सौंफ और कैमोमाइल कुछ ऐसी चाय हैं जिनकी मदद से पाचन संबंधी समस्याओं को सुलझाया जा सकता हैं. खाने के बाद गर्म चाय पीने से पेट फूलना, गैस, और सीने में जलन जैसे कई पाचन संबंधी समस्याओं से राहत मिलती हैं.

तला हुआ भोजन कई पाचन समस्याओं को जन्म देता हैं. ये फाइबर में भी कम होता है और दस्त का कारण बनता हैं. लंबे समय तक तला हुआ भोजन खाने से आंतो की समस्या हो सकती हैं.

प्रोसेस्ड फूड में फाइबर की मात्रा कम होती है औऱ शुगर प्रिजर्वेटिव्स ज्यादा होते हैं. इन चीजों के कारण आपको कब्ज और अन्य पाचन संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं.

मार्केट में कई आर्टिफिशियल स्वीटनर मिलते हैं जो डायबिटीज के मरीजों को लेने की सलाह दी जाती है.हालांकि इनके ज्यादा सेवन से आपको ऐंठन और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

शराब आपके डाइजेशन सिस्टम को स्लो कर देती है जिससे शरीर में एसिड नहीं बन पाता है. जब शरीर में एसिड नहीं बनता है तो पेट में परेशानियां होने लग जाती हैं.

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