पिछले कुछ दशकों में हमारे खान-पान में बड़ा बदलाव आ गया है. पहले लोग फल और सब्जियां खाना पसंद करते थे, तो आज के जमाने में लोग जंक फूड जमकर खा रहे हैं. खान-पान में आए इस बदलाव का असर हमारी हेल्थ पर पड़ रहा है और तमाम बीमारियां कम उम्र में ही हो रही हैं. कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की समस्या भी इनमें से एक है. बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल और गलत डाइट की वजह से बड़ी संख्या में युवा और मिडिल एज के लोग हाई कोलेस्ट्रॉल का शिकार हो रहे हैं. इससे हार्ट अटैक के मामले भी बढ़ रहे हैं.
एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक हमारी डाइट को मॉडिफाई करके बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर से निपटा जा सकता है. आप अपनी डाइट में ताजा और मौसमी सब्जियों को शामिल कर सकते हैं. इससे कई पुरानी बीमारियों का जोखिम भी कम किया जा सकता है. कई रिसर्च के मुताबिक घुलनशील फाइबर कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन यानी बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है. प्लांट बेस्ड खाने की चीजें और सब्जियां फैट में कम और कोलेस्ट्रॉल से मुक्त होती हैं. इनमें घुलनशील फाइबर होता है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकता है.
अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करना बहुत जरूरी है. पालक एक मौसमी सब्जी है, जो जरूरी विटामिन और खनिजों से भरपूर है. यह शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है. यह कोलेस्ट्रॉल को दूर करने के लिए एक बेहतरीन सब्जी है. आप इसे कच्चा या पकाकर खा सकते हैं.
ब्रोकली एक हाई फाइबर वाली सब्जी है, जिसमें विटामिन C और कैल्शियम का भंडार होता है. इसका हाई फाइबर कंटेंट बैड कोलेस्ट्रॉल को शरीर से निकालने में मदद करता है. अपने आहार में ब्रोकली को पकाकर या कच्चा शामिल कर सकते हैं.
चुकंदर को घुलनशील फाइबर का एक बड़ा स्रोत माना जाता है. यह नाइट्रेट का भी एक बड़ा स्रोत है जो रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करने और शरीर में रक्तचाप के स्तर को कम करने में मदद करता है. यह शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है.
एस्परैगस को हिंदी में शतवारी कहा जाता है. यह विटामिन और खनिजों का एक बड़ा स्रोत मानी जाती है. इसमें विशेष रूप से फोलेट की काफी मात्रा होती है. यह सब्जी बैड कोलेस्ट्रॉल को खत्म करने में मदद करती है और शरीर में ब्लड फ्लो को बेहतर बनाती है.
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