झुंझुनूं (एजेंसी/वार्ता): राजस्थान के झुंझुनूं जिले में अब जंगल सफारी शुरु की जायेगी जिससे बीड़ में आने वाले दिनो में काले हिरण और चिंकारा देखे जा सकेंगे वहीं बंसियाल व मनसा माता कंजर्वेशन क्षेत्र में लेपर्ड के दीदार हो सकेंगे। जिला वन अधिकारी राजेन्द्र हुड्डा ने बताया कि अगले वर्ष के शुरुआती महीने जनवरी से ही जंगल सफारी का लुत्फ उठाया जा सकेगा। वन विभाग ने इसकी तैयारी कर ली है। जंगल सफारी शुरू होने पर जिले में पर्यटन व स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।
हुड्डा ने बताया कि सफारी वाहनों का रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया गया है। झुंझुनूं बीड़ में 60 काले हिरण और चिंकारा हैं। इनकी संख्या 200 करने के लिए प्रस्ताव बना कर भेजा जा चुका है। बंसियाल एवं मनसा माता क्षेत्र में लेपर्ड सफारी की भी तैयारी कर ली गई है। नए साल में यह सौगात पर्यटकों को दिए जाने की पूरी तैयारी है। झुंझुनू के बीड़ क्षेत्र में वर्तमान में 48 काले हिरण एवं 12 चिंकारा विचरण कर रहे हैं। जल्द ही इनकी संख्या 200 होने की उम्मीद है। इसी तरह खेतड़ी के बंसियाल और उदयपुर वाटी में मनसा माता कंजर्वेशन क्षेत्र में दो दर्जन से अधिक लेपर्ड हैं।
बंसियाल एवं मनसा माता क्षेत्र में लेपर्ड सफारी रोमांचक होगी क्योंकि यहां पहाड़ियों से घिरा जंगल है। पर्यटकों की सुविधा के लिए वन विभाग ने बंसियाल में 31 किलोमीटर का ट्रैक बनाया है। मनसा माता क्षेत्र में 14.5 किलोमीटर का रास्ता बनाया गया है वहीं झुंझुनूं के बीड़ में 20 किलोमीटर का ट्रैक तैयार किया गया है। यहां जानवरों के लिए पानी का इंतजाम भी किया गया है। साथ ही वॉच टॉवर, व्यू पॉइन्ट, इको ट्रेल आदि भी तैयार किए गए हैं। बीड़ में जल्द ही एक प्रवेश द्वार भी बनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पर्यटकों को घुमाने के लिए वाहन संचालकों का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। थार जीप, जिप्सी एवं स्कॉर्पियो सफारी के काम में ली जाएगी। वाहन पांच साल से पुराना नहीं होना चाहिए। उन्होंने बताया कि पर्यटकों को घुमाने के लिए रूट की अनुमति मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक की तरफ से मिल चुकी है। जंगल सफारी का आनंद लेने के लिए पर्यटक ऑनलाइन बुकिंग भी करा सकेंगे।
-एजेंसी/वार्ता
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