भागदौड़ भरी जिंदगी, ऑफिस में 9 घंटे की शिफ्ट और लगातार ट्रैवलिंग की वजह से शरीर थक के चूर हो जाता है, और जब रात को बिस्तर पर जाते हैं तो शरीर में अकड़न सी महसूस होती है. कभी-कभी तो मांस पेशियों में और हड्डियों में इतना दर्द हो जाता है कि हिलना-डुलना तक मुश्किल हो जाता है.सबसे ज्यादा लोग कमर दर्द और पीठ दर्द से परेशान रहते हैं.
बालासन-बालासन बहुत ही बेहतरीन योगासन है इससे रीढ़ की हड्डी में लचीलापन आता है.कमर दर्द में आराम देता है. इस योग से आंतरिक और बाहर के शरीर का मसाज हो जाता है. जांघों और टखनों में मजबूती आती है और किसी प्रकार के तनाव से भी मुक्ति मिलती है.
बालासन करने के लिए योगा मैट पर जमीन पर व्रज आसन में बैठ जाएं.
अब सांस अंदर लेते हुए दोनों हाथों को सीधा सिर के ऊपर उठा लें.
अब सांस बाहर छोड़ते हुए आगे की ओर झुके और तब तक आगे झुकते रहे जब तक कि आपकी हथेलियां जमीन पर नहीं टिक जाती.
अब सिर को जमीन पर टिका ले. अब इसी मुद्रा में पूरे शरीर को रिलैक्स करिए और लंबी सांस अंदर ले और बाहर छोड़ें.
इस मुद्रा में लगभग 45 सेकंड तक बने रहें फिर धीरे-धीरे सामान्य मुद्रा में आ जाएं.
ऐसा कम से कम 5 बार जरूर करें.
भुजंगासन -भुजंगासन से मांसपेशियां मजबूत होती है. कंधों और बाहों को मजबूती मिलती है. शरीर में लचीलापन बढ़ता है और तनाव से भी छुटकारा मिलता है.
सबसे पहले योगा मैट पर पेट के बल लेट जाएं, दोनों हाथों को सिर के बगल में रख लें और माथे को जमीन की सतह से सटा लें.
अब दोनों पैरों को बिल्कुल सीधा रखें और दोनों पैरों के बीच थोड़ा गैप बना लें.
अब अपने दोनों हाथों से अपने कंधों के बराबर में टेक लगाएं.
फिर एक लंबी गहरी सांस लें और जमीन के सहारे अपने शरीर के ऊपरी हिस्से को ऊपर की ओर उठाएं.
आपको सबसे पहले सिर, फिर छाती और आखिरी में पेट को उठाना है.
सांस को अंदर की ओर खींचें और इस मुद्रा में कुछ सेकेंड तक बनी रहें.
इसे लगभग पांच से छह बार जरूर करें.
ब्रिज आसन-ये आसान हमारे मन और शरीर के बीच तालमेल बैठाने में मदद करता है. ये आसन हमारे शरीर से टेंशन को निकालता है और शरीर में लचीलापन लाता है, सीने गर्दन और रीढ़ की हड्डी में खिंचाव पैदा करता
योगा मैट पर पीठ के बल लेट जाएं सांसो की गति को सामान्य रखें.
इसके बाद हाथों को बगल में रख लें अब धीरे-धीरे अपने पैरों को घुटनों से मोड़कर हिप्स के पास ले आएं.
हिप्स को जितना हो सके फर्श से ऊपर की तरफ उठाएं.
हाथ जमीन पर ही रहेंगे कुछ देर के लिए सांस को रोक कर रखें, इसके बाद सांस को छोड़ते हुए वापस जमीन पर आएं.
पैरों को सीधा करें और आराम करें, 10 से 15 सेकंड तक आराम करने के बाद फिर से इसे शुरू करें.
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