मैं बात नहीं करना चाहता, सिर्फ मौका मिलने पर प्रदर्शन करना चाहता हूं: ईशान किशन

चटगांव (एजेंसी/बंगलादेश/वार्ता): सलामी बल्लेबाज ईशान किशन ने कहा है कि वह घरेलू सरजमीं पर होने वाले आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2023 से पहले भारतीय टीम में अपनी दावेदारी पेश करने के लिये अपने बल्ले को बात करने देना चाहते हैं। किशन ने मैच के बाद शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैं इन चीजों के बारे में नहीं सोचता। मैं बात नहीं करना चाहता। मैं सिर्फ मौका मिलने पर प्रदर्शन करना चाहता हूं। मैं अपने बल्ले को बात करने देना चाहता हूं कि मेरे लिए (टीम में) जगह है या नहीं।”

किशन (24) ने शनिवार को यहां तीसरे और अंतिम एकदिवसीय मैच में 131 गेंदों पर 24 चौकों और 10 छक्कों की बदौलत 210 रन बनाते हुए बंगलादेशी गेंदबाजी की धज्जियां उड़ाईं। कप्तान रोहित शर्मा के चोटग्रस्त होने के बाद किशन को टीम में मौका दिया गया था, और उन्होंने इसका पूरा फायदा उठाते हुए कई रिकॉर्ड अपने नाम किये।

किशन ने सिर्फ 126 गेंदों पर 200 रन का आंकड़ा छूकर सबसे तेज दोहरा शतक जड़ने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। इससे पहले यह रिकार्ड वेस्ट इंडीज के क्रिस गेल के नाम था जिन्होंने 138 गेंदों पर दोहरा शतक लगाया था। साथ ही किशन (24 वर्ष 125 दिन) सबसे कम उम्र में दोहरा शतक जड़ने वाले बल्लेबाज भी बन गये।

वनडे क्रिकेट में सलामी बल्लेबाजों की बात आती है तो भारत के पास कप्तान रोहित शर्मा, अनुभवी शिखर धवन और केएल राहुल के रूप में कई विकल्प हैं। ऐसे में किशन को मजबूत बल्लेबाजी क्रम में एक अलग रास्ता खोजना पड़ सकता है, हालांकि आत्मविश्वास से भरे बाएं हाथ के बल्लेबाज को पता है कि उनके पास इसके लिये काफी समय है।

किशन ने कहा, “मुझे लगता है कि दूसरे खिलाड़ी भी अलग-अलग बल्लेबाजी क्रम में खेलते आये हैं, इसलिये एक युवा खिलाड़ी होने के नाते मैं शिकायत नहीं कर सकता और मांग नहीं कर सकता कि आपको मुझे इस विशेष स्थान पर बल्लेबाजी करवानी चाहिये।”

उन्होंने कहा, “मेरी इस पारी से कोच राहुल द्रविड़ बहुत खुश थे। वह टीम में हर किसी को मौका नहीं दे सकते, क्योंकि हमारे पास पहले से ही इतनी अच्छी एकादश है। वह खुश थे कि मैंने मौका मिलने पर उसका भरपूर फायदा उठाया।” अन्य बल्लेबाज जहां दोहरे शतक का कीर्तिमान रचने पर खुश होते, वहीं किशन को अफसोस था कि वह 300 रन नहीं बना सके। किशन ने कहा, “36वें ओवर में आउट होने पर मुझे अब भी लगता है कि उस समय 15 ओवर बाकी थे और मैं 300 रन भी बना सकता था। बल्लेबाजी के लिये विकेट बहुत अच्छा था और मेरा इरादा बहुत स्पष्ट था।”

-एजेंसी/वार्ता

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