हाई BP के मरीजों के लिए कॉफी या ग्रीन टी, क्या होगा दोनों में ज्यादा फायदेमंद,जानिए

एक स्टडी बताती है कि अगर आपका ब्लड प्रेशर 160/100 मिमी एचजी या इससे ज्यादा है और रोजाना दो से ज्यादा कप कॉफी पीते हैं तो आपको हार्ट अटैक से मौत का खतरा दोगुना हो सकता है. स्टडी में यह भी कहा गया है कि जो लोग ग्रीन टी या सिर्फ एक कप कॉफी पीते हैं, उनमें ऐसा प्रभाव देखने को नहीं मिला. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के जर्नल में पब्लिश स्टडी के मुताबिक, हार्ट अटैक से मौत का खतरा कॉफी पीने वाले उन लोगों में ज्यादा रहता है, जिनका ब्लड प्रेशर हाई रहता है.

शोधकर्ताओं ने स्टडी के दौरान यह पाया कि जिन लोगों ने एक दिन में सिर्फ एक कप कॉफी पी थी और रोजाना ग्रीन टी का सेवन किया था, उनमें हृदय रोग का ज्यादा खतरा नहीं देखा गया, जबकि वे ब्लड प्रेशर के मरीज थे. ग्रीन टी और कॉफी दोनों में ही कैफीन पाया जाता है, जिसके फायदे और नुकसान दोनों हैं. 19 साल तक चली इस स्टडी के शुरुआती समय में 40 से 79 साल की उम्र के 6570 से ज्यादा पुरुषों और 12,000 महिलाओं को शामिल किया गया था, जिन्हें कैंसर के खतरे के मूल्यांकन के लिए जापान कोलैबोरेटिव कोहोर्ट स्टडी से चुना गया था.

दिल्ली के बीएलके मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के डॉ नीरज भल्ला ने बताया कि दिल के स्वास्थ्य पर कैफीन के लाभकारी और हानिकारक प्रभावों के लिए सालों से शोध किया जा रहा है. यह अध्ययन उन्हीं के अनुरूप है. औसत एक कप कॉफी से लगभग 80 से 90 मिलीग्राम कैफीन हासिल किया जा सकता है. ये बीपी, दिल की गति को बढ़ाता है और रक्त वाहिकाओं को संकुचित करता है. इसलिए हाई बीपी के मरीजों को ज्यादा कॉफी पीने से परहेज करना चाहिए. क्योंकि ज्यादा कॉफी पीना अत्यधिक तनाव का शिकार बना सकता है.

स्टडी के मुताबिक, हृदय के मरीजों और हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों को ज्यादा कॉफी पीने से खासतौर से परहेज करना चाहिए. कैफीन का ज्यादा सेवन हृदय की गति, ब्लड प्रेशर और तनाव के स्तर को बढ़ाता है. जबकि वहीं ग्रीन टी में कैफीन की मात्रा काफी कम होती है, जो हृदय की गति या मेटाबॉलिज्म को खतरनाक सीमा तक प्रभावित नहीं करती है.

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