हम भारतीय लोगों की थाली में अगर चावल ना हो तो खाना अधूरा-अधूरा सा लगता है, हालांकि चावल खाने से कई समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है. जैसे वजन बढ़ना, डायबिटीज बढ़ जाने की समस्या वगैरा-वगैरा. लेकिन आप सफेद चावल की जगह आप लाल चावल खाएं तो आपको फायदा ही फायदा पहुंचेगा. कई ऐसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो आपके शरीर के लिए जरूरी होता. ये फाइटोकेमिकल्स और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं.
अस्थमा के जोखिम को कम करे-लाल चावल में मैग्नीशियम की प्रचुर मात्रा पाई जाती है. अगर आप रोजाना अपने आहार में लाल चावल को शामिल करते हैं तो इससे आप के फेफड़ों की क्षमता में सुधार हो सकता है.ये आपके सांस लेने के पैटर्न में सुधार कर सकता है.
लाल चावल में फाइबर की मौजूदगी आपके खाने की इच्छा को कम करता है यह लंबे समय तक आपको भूख का एहसास नहीं कराता साथ ही इससे आपके शरीर को ऊर्जा भी मिलती है यह पूरी तरह से फैट फ्री होता है कई स्टडी में पाया गया है कि जो लोग रोजाना लाल चावल खाते हैं उनमें वजन बढ़ने की संभावना कम होती है.
लाल चावल में मैग्नीशियम और कैल्शियम पाया जाता है जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ही जरूरी है. मैग्नीशियम और कैल्शियम की कमी के कारण ही ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डियों की डेंसिटी कम हो जाती है. लाल चावल के सेवन से जोड़ों की समस्या से बचने में मदद मिलती है
लाल चावल में दोनों तरह के फाइबर पाए जाते हैं. घुलनशील और घुलनशील फाइबर जो की पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं.फाइबर की मौजूदगी के कारण ये बॉवेल मूवमेंट में मदद करता है
जर्नल ऑफ़ कृषि विज्ञान में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक सफेद चावल की जगह लाल चावल खाने से दिल स्वस्थ रहता है. चावल में साबुत अनाज की उपस्थिति शरीर में खराब कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम करती है जिससे हृदय की रक्षा होती है.
कहा जाता है कि शुगर के मरीजों को चावल से परहेज करना चाहिए लेकिन लाल चावल डायबिटीज में मददगार साबित हो सकता है, क्योंकि इसमें बहुत कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है यानी कि यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है.
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