पिछले कुछ सालों में भारत में स्टार्टअप का इकोसिस्टम तेजी से बढ़ा है, और इस बदलाव की एक प्रमुख वजह सरकार द्वारा दी जा रही सहायक नीतियां और प्रोत्साहन हैं। यह न केवल युवाओं के लिए एक बेहतर भविष्य की राह खोलता है, बल्कि महिलाओं की भी इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका देखने को मिल रही है।
महिलाओं की बढ़ती भागीदारी
वर्तमान समय में देश में लगभग 73,000 स्टार्टअप ऐसे हैं, जिनमें कम से कम एक महिला डायरेक्टर मौजूद हैं। यह आंकड़ा यह दिखाता है कि महिलाओं की न केवल स्टार्टअप इंडस्ट्री में भागीदारी बढ़ रही है, बल्कि वे उच्च पदों पर भी पहुंच रही हैं। महिलाएं अब न केवल उद्यमिता के क्षेत्र में कदम रख रही हैं, बल्कि अपनी पहचान भी बना रही हैं।
मोदी सरकार द्वारा दिया गया प्रोत्साहन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने “स्टार्टअप इंडिया” पहल के तहत देश में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। 157,066 स्टार्टअप्स को सरकार से समर्थन मिला है, जिसमें 73,000 से ज्यादा में महिलाओं का योगदान है। इससे यह साबित होता है कि स्टार्टअप के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी हो रही है।
सरकार द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से युवा उद्यमियों को वित्तीय सहायता, कर में छूट और बिजनेस की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। इसके अलावा, बेंगलुरु, हैदराबाद, मुंबई और दिल्ली-एनसीआर जैसे शहरों में इनोवेशन के लिए एक मजबूत प्लेटफार्म विकसित किया गया है।
सरकार के कदमों का प्रभाव
सरकार का कहना है कि किफायती इंटरनेट की व्यापक उपलब्धता और युवा कार्यबल की गतिशीलता ने फिनटेक, एडटेक, हेल्थ-टेक और ई-कॉमर्स जैसे क्षेत्रों में स्टार्टअप्स को बढ़ावा दिया है। इसके अतिरिक्त, कृषि, रक्षा और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में भी स्टार्टअप्स को बढ़ावा दिया जा रहा है।
“ईज ऑफ डूइंग बिजनेस” और करों में छूट जैसी नीतियों के माध्यम से स्टार्टअप्स के लिए एक अनुकूल वातावरण तैयार किया गया है। इन नीतियों ने युवाओं को अपने उद्यमिता के सपनों को साकार करने में मदद की है।
भारत की पहचान वैश्विक स्तर पर
“स्टार्टअप इंडिया” प्रोग्राम 2016 में शुरू किया गया था, और आज यह वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण स्टार्टअप हब के रूप में उभरा है। भारत में अब स्टार्टअप्स की संख्या 157,066 तक पहुंच चुकी है, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है। बड़े नाम जैसे BYJU’S, Zomato, Ola और Nykaa आज वैश्विक स्तर पर पहचाने जाते हैं और इन्हें भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम की सफलता के रूप में देखा जाता है।
कैसे मदद करती है सरकार?
सरकार के द्वारा स्टार्टअप को कई माध्यमों से सहायता दी जाती है। इनमें प्रमुख हैं:
स्टार्टअप इंडिया स्कीम: यह स्कीम स्टार्टअप्स को शुरुआती वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जिससे वे अपनी उद्यमिता यात्रा शुरू कर सकें।
भारत स्टार्टअप नॉलेज एक्सेस रजिस्ट्री प्लेटफॉर्म: इस प्लेटफार्म के जरिए स्टार्टअप्स को विभिन्न प्रकार की जानकारी और संसाधन उपलब्ध कराए जाते हैं, जिससे उन्हें अपने व्यवसाय को बढ़ाने में मदद मिलती है।
अटल इनोवेशन मिशन (AIM): AIM के तहत, सरकार इनोवेटर्स को बुनियादी ढांचा और तकनीकी सहायता प्रदान करती है, जिससे वे अपने उत्पादों और सेवाओं में नवाचार कर सकें।
नेशनल इनिशिएटिव फॉर डेवलपिंग एंड हार्नेसिंग इनोवेशन (NIDHI): यह पहल इनोवेटर्स और स्टार्टअप्स को फाइनेंशियल और तकनीकी सहायता प्रदान करती है, जिससे वे अपनी पहचान बना सकें।
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