किसी भी स्वस्थ शरीर के लिए स्वस्थ दिल का अहम योगदान होता है. आज के तनाव भरे युग में लाइफस्टाइल के प्रति लापरवाही, सर्जरी और खासकर कोरोना के बाद हार्ट अटैक के मामलों में जिस तरह तेजी आई है वो वाकई चिंताजनक कही जा रही हैं. विडोमेकर हार्ट अटैक हार्ट अटैक का ही एक रूप है और ये हार्ट अटैक के सभी प्रकारों में ज्यादा जानलेवा सिद्ध होता है. इसकी चपेट में केवल बुजुर्ग ही नहीं वयस्क और युवा भी आ रहे हैं.
यूं तो दिल तक रक्त और ऑक्सीजन पहुंचाने वाली आर्टरीज में थक्का जमने पर हार्ट अटैक की स्थिति बनती है लेकिन विडोमेकर हार्ट अटैक की बात करें तो ये दिल तक ऑक्सीजन पहुंचाने वाली सबसे बड़ी धमनी यानी आर्टरी में गतिरोध होने यानी इस आर्टरी के ब्लॉक होने के चलते आता है, और इसमें जान जाने की आशंका इसलिए ज्यादा होती है क्योंकि ये सबसे बड़ी आर्टरी को ब्लॉक करता है और दिल को सबसे ज्यादा खतरा इसी से होता है.
दरअसल दिल को ब्लड और ऑक्सीजन पहुंचाने वाली दो मुख्य आर्टरीज यानी धमनियां होती हैं. एक आर्टरी दाएं हिस्से में होती है और एक आर्टरी बाएं हिस्से में होती है. बाएं हिस्से की आर्टरी को LAD यानी लेफ्ट एंटीरियर डिसेंडिंग कहते हैं और ये इसलिए अहम है क्योंकि ह्रदय की मसल्स को यही आर्टरी 50 परसेंट ब्लड सप्लाई करती है. जब ये आर्टरी ब्लॉक होती है तो ह्रदय को ब्लड पंप करने में खासी दिक्कत होती औऱ दिल तक ऑक्सीजन की सप्लाई बुरी तरह प्रभावित हो जाती है और दिल का दौरा पड़ जाता है.
विडोमेकर हार्ट अटैक के शुरूआती लक्षणों में सीने में दर्द, शरीर के ऊपरी हिस्से में दर्द होना, सांस लेने में दिक्कत महसूस होना और जी मिचलाने की परेशानी होना है. इसके अलावा व्यक्ति को उल्टी आने की शिकायत होती है, जबड़ों के पास दर्द होने लगता है.
आपको बता दें कि दिल के रोगी, दिल की बाईपास होने के बाद, उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोग, वो लोग जिनका कोलेस्ट्रोल बढ़ा हुआ हो, मोटे लोग इस हार्ट अटैक की चपेट में जल्दी आते हैं. इसके अलावा लाइफस्टाइल और खान पान की अनियंत्रित आदतें भी हार्ट अटैक का कारण बनती हैं, जैसे, जंक फूड का सेवन, शराब, स्मोकिंग आदि का सेवन, व्यायाम ना करना.
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