गठिया एक सामान्य रोग है, जो जोड़ो (हड्डियों) में सूजन, दर्द और अकड़न का कारण बनता है। यह समस्या मुख्य रूप से वृद्धावस्था में देखी जाती है, लेकिन अब यह युवाओं में भी आम हो रही है। गठिया का मुख्य कारण शरीर में होने वाली सूजन और हड्डियों के बीच की स्नेह (lubrication) की कमी है, जिससे व्यक्ति को दर्द और जकड़न का सामना करना पड़ता है।
गठिया रोग के कारण
गठिया के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन प्रमुख कारणों में से कुछ निम्नलिखित हैं:
- आवश्यक पोषक तत्वों की कमी: गठिया की समस्या अक्सर उन लोगों में होती है, जिनमें विटामिन D, कैल्शियम और ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी होती है। इन पोषक तत्वों का शरीर में सही संतुलन न होने के कारण हड्डियों में कमजोरी और सूजन होती है, जो गठिया की समस्या को जन्म देती है।
- ज्यादा वजन: अधिक वजन (ओबेसिटी) जोड़ो पर दबाव डालता है, जिससे गठिया होने का खतरा बढ़ जाता है। वजन अधिक होने से शरीर के जोड़ों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, खासकर घुटनों और कूल्हों पर, जिससे जोड़ों में सूजन और दर्द उत्पन्न होता है।
- जीवनशैली और आहार: गलत जीवनशैली और पोषण की कमी भी गठिया का कारण बन सकती है। खासकर, अधिक नमक, चीनी और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों का सेवन जोड़ो में सूजन बढ़ाता है, जिससे गठिया के लक्षण बढ़ सकते हैं।
- उम्र और जेंडर: गठिया मुख्य रूप से वृद्ध लोगों को प्रभावित करता है। महिलाओं में भी यह समस्या पुरुषों के मुकाबले अधिक देखी जाती है, विशेषकर रुमेटाइड आर्थ्राइटिस जैसी स्थितियों में।
- आनुवंशिकी: अगर परिवार में किसी को गठिया की समस्या है, तो आने वाली पीढ़ी में भी इस रोग का खतरा बढ़ सकता है। यह जीन से संबंधित एक सामान्य प्रवृत्ति हो सकती है।
- शारीरिक गतिविधि की कमी: अगर व्यक्ति का शारीरिक सक्रियता कम है, तो जोड़ों की मांसपेशियों में कमजोरी आ जाती है, जिससे जोड़ांे में अकड़न और दर्द महसूस होता है।
गठिया के लक्षण
गठिया के लक्षण शुरुआत में हल्के हो सकते हैं, लेकिन समय के साथ ये गंभीर हो सकते हैं। यदि समय रहते इसका इलाज नहीं किया जाता, तो यह व्यक्ति की जीवनशैली को प्रभावित कर सकता है। यहां कुछ सामान्य लक्षण दिए गए हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए:
- जोड़ों में दर्द: गठिया के प्रमुख लक्षणों में से एक है जोड़ों में दर्द। खासकर, घुटने, कूल्हे और कोहनी के जोड़ प्रभावित होते हैं। दर्द इतना बढ़ सकता है कि रोज़मर्रा के काम भी मुश्किल हो जाते हैं।
- सूजन और गर्मी: गठिया के रोगियों को जोड़ों में सूजन, जलन और गर्मी महसूस हो सकती है। यह सूजन कभी हल्की होती है, तो कभी गंभीर हो सकती है।
- जोड़ों का कठोर होना: गठिया के कारण जोड़ अकड़े हुए महसूस हो सकते हैं, खासकर सुबह के समय। यह लक्षण जोड़ों के अंदर होने वाली सूजन के कारण उत्पन्न होता है।
- चलने में कठिनाई: गठिया के रोगी को चलने में कठिनाई हो सकती है, क्योंकि जोड़ों में दर्द और अकड़न होती है। इसके परिणामस्वरूप, व्यक्ति को चलने, दौड़ने और अन्य गतिविधियों में असुविधा हो सकती है।
- थकान और कमजोरी: गठिया के कारण व्यक्ति को अत्यधिक थकान महसूस हो सकती है। सूजन और दर्द के कारण शरीर में कमज़ोरी महसूस हो सकती है, जो कार्यक्षमता को प्रभावित करता है।
- लालिमा और बुखार: कुछ मामलों में, गठिया के साथ शरीर के प्रभावित हिस्से में लालिमा, गर्मी और हल्का बुखार भी हो सकता है।
गठिया के इलाज के उपाय
- योग और व्यायाम: नियमित रूप से योग और हलके व्यायाम करना जोड़ो की लचीलापन बढ़ाता है और दर्द को कम करने में मदद करता है। खासकर, पानी में किया गया व्यायाम जोड़ो पर कम दबाव डालता है।
- स्वस्थ आहार: कैल्शियम, विटामिन D, ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर आहार गठिया के लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद करता है। हरी पत्तेदार सब्जियां, मछली, अखरोट, और डेयरी उत्पादों को आहार में शामिल करें।
- दवाइयां: गठिया के इलाज के लिए दर्द निवारक और सूजन कम करने वाली दवाएं दी जाती हैं। अगर रोग गंभीर हो, तो डॉक्टर से सलाह लेकर बायोलॉजिकल थैरेपी या स्टीरॉयड का उपयोग किया जा सकता है।
- मालिश और फिजियोथेरेपी: जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने के लिए मालिश और फिजियोथेरेपी एक प्रभावी उपाय हो सकते हैं।
गठिया एक गंभीर स्थिति हो सकती है, लेकिन इसके सही इलाज और उचित देखभाल से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। उचित आहार, शारीरिक गतिविधि, और समय पर उपचार से गठिया के लक्षणों में सुधार किया जा सकता है। यदि आप या आपके किसी परिचित को गठिया के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और उपचार की दिशा में कदम बढ़ाएं।