छोटे शहरों में ऑनलाइन शॉपिंग की लहर, ई-कॉमर्स बाजार तेजी से बढ़ा

भारत का ई-कॉमर्स सेक्टर तेजी से आगे बढ़ रहा है और अगले कुछ वर्षों में यह और भी बड़ा होने वाला है। रियल एस्टेट परामर्श कंपनी एनारॉक और ईटी रिटेल की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय ई-कॉमर्स बाजार का आकार 2024 में 125 अरब डॉलर था, जो 2035 तक 550 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।

रिपोर्ट के मुताबिक, यह 15% सालाना वृद्धि दर (CAGR) से बढ़ रहा है। इस ग्रोथ के पीछे इंटरनेट की बढ़ती पहुंच, स्मार्टफोन का बढ़ता उपयोग, डिजिटल पेमेंट का विस्तार और युवा तकनीक-प्रेमी आबादी मुख्य वजहें हैं।

छोटे शहरों और कस्बों में ई-कॉमर्स का बूम!
एनारॉक रिटेल के सीईओ और एमडी अनुज केजरीवाल का कहना है कि ई-कॉमर्स कंपनियां सिर्फ महानगरों तक सीमित नहीं रह गई हैं, बल्कि छोटे शहरों और कस्बों से भी जबरदस्त डिमांड आ रही है। इसी वजह से भारत का खुदरा उद्योग 2035 तक 2,500 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जो 2019 की तुलना में तीन गुना अधिक होगा।

Amazon और Flipkart ने तोड़े रिकॉर्ड!
अमेज़न इंडिया ने बताया कि 2024 में ग्रेट इंडियन फेस्टिवल सेल के दौरान उसकी वेबसाइट पर 1.4 अरब विजिटर्स आए। खास बात यह रही कि 85% ग्राहक गैर-मेट्रो शहरों से थे और 70% विक्रेता टियर-II और छोटे शहरों से ताल्लुक रखते थे।

फ्लिपकार्ट ने भी शानदार प्रदर्शन किया। त्योहारी सीजन में फ्लिपकार्ट को 5.2 अरब विजिट्स मिले और 28.2 करोड़ विशेष ग्राहक उनकी वेबसाइट पर आए।

मीशो के ऑर्डर में 70% की बढ़ोतरी!
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म मीशो छोटे शहरों और कस्बों में तेजी से पॉपुलर हो रहा है। 2024 में मीशो के ऑर्डर्स में 35% वृद्धि दर्ज की गई, जिसमें आधे से ज्यादा ग्राहक टियर-II और टियर-III शहरों से थे।

मीशो पर सबसे ज्यादा ग्रोथ सौंदर्य और व्यक्तिगत देखभाल, घर और रसोई से जुड़े उत्पादों में देखने को मिली। कंपनी ने बताया कि इन कैटेगरी में 70% तक का उछाल आया।

ई-कॉमर्स के बढ़ते प्रभाव से ब्रांड्स की कमाई कई गुना!
भारत में ई-कॉमर्स के बढ़ते प्रभाव का असर कई ब्रांड्स की कमाई पर भी पड़ा है।

लोटस – 6 गुना ग्रोथ
जॉय – 5.5 गुना ग्रोथ
रेनी – 3.5 गुना ग्रोथ
डॉलर – 1.8 गुना ग्रोथ
बेला वीटा ऑर्गेनिक जैसे D2C ब्रांड्स ने भी जबरदस्त ग्रोथ देखी। इसकी बिक्री 173% बढ़ी और सबसे ज्यादा डिमांड यूनिसेक्स फ्रेगरेंस और गिफ्ट आइटम्स की रही।

छोटे शहरों में ऑनलाइन शॉपिंग की बढ़ती लहर!
भारत के छोटे शहरों और कस्बों में अब लोग बेहतर गुणवत्ता वाले प्रोडक्ट्स पर खर्च करने से पीछे नहीं हट रहे हैं। इससे ई-कॉमर्स सेक्टर में नए अवसर बन रहे हैं।

2035 तक भारत का ई-कॉमर्स बाजार चार गुना बढ़ने वाला है, जिससे न सिर्फ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स को फायदा होगा, बल्कि उपभोक्ताओं को भी ज्यादा और बेहतर विकल्प मिलेंगे।

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