उप्र की ‘डबल इंजन’ सरकार ने ‘लालफीताशाही’ को खत्म किया, निवेशकों के अनुकूल माहौल बनाया: मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले सात साल में डबल इंजन सरकार ने ‘लालफीताशाही’ को हटाकर निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल बनाया है और उनके स्वागत के लिए ‘लाल कालीन’ बिछायें हैं ।

मोदी ने ‘यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023’ के दौरान प्राप्त निवेश प्रस्तावों के चौथे भूमि पूजन समारोह में सोमवार को पूरे उत्तर प्रदेश में 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक लागत की 14,000 परियोजनाओं की शुरुआत की

प्रधानमंत्री ने कहा, ”उप्र में डबल इंजन की सरकार बने सात वर्ष हो रहे हैं। बीते सात साल में प्रदेश ने ‘रेड टेप’ कल्चर (लालफीताशाही) को हटाकर ‘रेड कार्पेट’ कल्चर बनाया है। बीते सात वर्षो में उत्तर प्रदेश में अपराध कम हुआ है, तो ‘बिजनेस कल्चर’ (कारोबारी संस्कृति) का विस्तार हुआ है।

उन्होंने कहा, ”आज उत्तर प्रदेश वह राज्य है, जहां देश के सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे हैं। आज यह ऐसा राज्य है, जहां देश में सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। आज उत्तर प्रदेश वह राज्य हैं जहां देश की पहली रैपिड रेल चल रही है।”

उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत को बेहतर प्रतिफल की गारंटी मान रही है। अक्सर हमने देखा है कि चुनाव के नजदीक नए निवेश से लोग बचते हैं। लेकिन आज भारत ने ये धारणा भी तोड़ दी है। आज दुनियाभर के निवेशकों को भारत में सरकार की, नीति की स्थिरता पर पूरा भरोसा है।

मोदी ने कहा कि हमने उत्तर प्रदेश में रहन-सहन को सुगम बनाने और कारोबार सुगमता पर समान बल दिया है। डबल इंजन सरकार का मकसद है कि कोई भी लाभार्थी किसी भी सरकारी योजना से वंचित न रहे।

मोदी ने कहा, ”पहले की सरकारों में लोगों को अपने ही लाभ पाने के लिए लंबी-लंबी कतारें लगानी पड़ती थीं। एक खिड़की से दूसरी खिड़की तक भागदौड़ करनी पड़ती थी। अब हमारी सरकार खुद गरीब के दरवाजे पर आ रही हैं।”

मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भारत का सबसे बड़ा टूरिज्म हब (पर्यटन केंद्र) बनने का सामर्थ्य है। आज देश का हर व्यक्ति वाराणसी और अयोध्या आना चाहता है। हर दिन लाखों लोग इन स्थानों पर दर्शन करने के लिए आ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि 2025 में कुंभ मेले का आयोजन भी होने वाला है। ये भी राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। आने वाले समय में पयर्टन और आतिथ्य क्षेत्र में यहां बहुत बड़ी संख्या में रोजगार आने वाले हैं।

उन्होंने कहा कि आज मैं खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े उद्यमियों से भी विशेष आग्रह करूंगा। आपको ‘जीरो इफेक्ट, जीरो डिफेक्ट’ मंत्र पर काम करना चाहिए । आपको एक ही ध्येय के साथ काम करना चाहिए कि दुनियाभर के डायनिंग टेबल (खाने की मेज पर) पर कोई न कोई भारत का बना सामान जरूर हो।

इस समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे। कार्यक्रम में कई उद्योगपति, शीर्ष वैश्विक और भारतीय कंपनियों के प्रतिनिधि और राजदूत भी शामिल हुए।

– एजेंसी