मजेदार जोक्स: दफ्तर में दो दोस्त बतिया रहे थे

दफ्तर में दो दोस्त बतिया रहे थे।
पहला- अच्छा हुआ कि ‘पाँच दिन काम, दो दिन आराम का सिध्दांत, पश्चिम से हमने ले लिया, वरना दफ्तर में काम कर करके कमर टूट जाती।
दूसरा- चाहे इसे पश्चिम का सिध्दांत कह लो, लेकिन भाई, इस सिध्दांत पर चलकर सुखी जीवन जीने का उदाहरण हमारे महाभारतकाल में पहले से मौजूद है।
पहला- क्या कहते हो ?
दूसरा- ठीक कह रहा हूँ। द्रोपदी का गृहस्थ जीवन याद करो।😜😂😂😂😛🤣

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रिंकू बात-बात में बस यह बात बोलते थे- ‘इससे भी बुरा हो सकता था।
एक बार उनका एक दोस्त घबराया हुआ आया और बोला- चंदू! आज तो गजब हो गया। मैंने अपनी बीवी को पड़ोसी के साथ रोमांस करते देख लिया, तो दोनों का खून
कर दिया…!
रिंकू ने अपना परिचित वाक्य दोहराया- ‘दोस्त इससे भी बुरा हो सकता था।
दोस्त जल-भुनकर बोला- ‘हद है यार- मेरे हाथों दो का खून हुआ, पुलिस मेरे पीछे लगी है। मैं भागता फिर रहा हूँ….! तुम्हीं कहो, इससे भी बुरा और क्या हो सकता था?
रिंकू ने कहा- ‘अगर तुम एक घंटा पहले घर पहुँचते तो बजाय पड़ोसी के मैं मारा जाता।😜😂😂😂😛🤣

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