सच्चाई की जीत होगी: कविता

हैदराबाद (एजेंसी/वार्ता): भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की विधान पार्षद (एमएलसी) और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता ने बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा शराब घोटाले मामले में कुछ दिनों पहले दिल्ली की अदालत में दायर पहले आरोपपत्र में उनके नाम का उल्लेख करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा,“सच्चाई की जीत होगी।”

ईडी ने चार्जशीट में सुश्री कविता पर एक शराब कंपनी में कथित तौर पर 65 फीसदी हिस्सेदारी रखने का आरोप लगाया था। सुश्री कविता ने कहा,“मुझ पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से फर्जी और झूठे हैं। केवल समय ही मेरी ईमानदारी को साबित करेगा। ” उन्होंने कहा,“यह भारतीय जनता पार्टी का राजनीतिक प्रतिशोध है, क्योंकि उन्हें डर है कि उनकी किसान विरोधी और पूंजीवादी समर्थक नीतियों पर बीआरएस पार्टी के प्रमुख केसीआर जी उनका पर्दाफाश करेंगे।”

बीआरएस एमएलसी कांग्रेस सांसद और तेलंगाना के कांग्रेस प्रभारी मणिकम टैगोर के उस ट्वीट पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिसमें उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया था। सुश्री कविता ने भाजपा नेता राजगोपाल रेड्डी के एक अन्य ट्वीट पर भी प्रतिक्रिया दी। एक अखबार की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा,“आरोपपत्र में 28 बार लिकर क्वीन के नाम का जिक्र किया गया। राजगोपाल अन्ना… जल्दी मत करो, बात मत टालो! अट्ठाइस बार क्या भले ही मेरा नाम 28 हजार बार लिया जाए, भले ही आप मेरा नाम लें, एक झूठ सच नहीं होगा। सच्चाई की जीत होगी।”

ईडी के आरोपपत्र में साउथ ग्रुप में सुश्री कविता, अरबिंदो फार्मा के निदेशक शरत चंद्र रेड्डी, वाईएसआर कांग्रेस के सांसद मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी और उनके बेटे राघव रेड्डी के नाम शामिल हैं। आरोप है कि इस समूह ने राष्ट्रीय राजधानी में शराब के कारोबार पर नियंत्रण हासिल करने के लिए अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी को कथित तौर पर 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी।

ईडी ने कहा कि व्यवसायी विजय नायर, जो पहले ही मामले में गिरफ्तार किया जा चुका था, ने साउथ ग्रुप के नेताओं से आप नेताओं की ओर से 100 करोड़ रुपये की रिश्वत प्राप्त की। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली आबकारी नीति मामले के सिलसिले में 11 दिसंबर को यहां बंजारा हिल्स स्थित उनके आवास पर सुश्री कविता से सात घंटे तक पूछताछ की। सीबीआई ने आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 160 के तहत उसका बयान दर्ज किया।

गत 30 नवंबर को सुश्री कविता का नाम मामले के एक आरोपी और व्यवसायी अमित अरोड़ा की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली की एक अदालत में ईडी द्वारा सौंपी गई रिमांड रिपोर्ट में सामने आया था। ईडी ने कहा कि एजेंसी को केस सौंपे जाने के बाद सुश्री कविता ने छह बार अपने फोन का इंटरनेशनल मोबाइल इक्विपमेंट आइडेंटिटी (आईएमईआई) बदला। इसके अलावा, एजेंसी ने कहा कि आरोपियों ने मामले की चल रही जांच को बाधित करने के प्रयास में डिजिटल साक्ष्य को नष्ट कर दिया। ईडी ने दावा किया कि जांच को बाधित करने के उद्देश्य से व्यापक डिजिटल साक्ष्य नष्ट किए गए। ईडी का दावा है कि इस मामले में शामिल 36 संदिग्धों और अभियुक्तों ने एजेंसी को मामला सौंपे जाने के बाद अपने 176 सेल फोन और लैपटॉप नष्ट कर दिए हैं।

ईडी 170 सेल फोन में से 17 से डेटा पुनर्प्राप्त करने में सक्षम हुई है। कानून प्रवर्तन एजेंसी की रिमांड रिपोर्ट में यह कहा गया कि इसके अधिकारियों ने सुश्री कविता, सुरजन रेड्डी, अरुण पिल्लई, अभिषेक बोइनपल्ली, बुच्ची बाबू गोरंटला और शरथ रेड्डी द्वारा नष्ट किए गए मोबाइल फोन भी पाए। ईडी के अधिकारियों के अनुसार, आरोपी अमित अरोड़ा ने दिल्ली शराब घोटाले से संबंधित मामले में अनुचित लाभ हासिल करने के लिए अनुचित व्यापार में शामिल होने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

-एजेंसी/वार्ता

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