आयरन शरीर के लिए बेहद जरूरी पोषक तत्व है. इसकी कमी शरीर के लिए नुकसानदायक है. हालांकि, शरीर में ज्यादा आयरन होना भी खतरनाक ही है. इसलिए अगर आप ऐसे फूड्स खा रहे हैं, जिसमें आयरन की मात्रा ज्यादा है तो सावधान हो जाइए क्योंकि जरूरत से ज्यादा आयरन कई बीमारियों को पैदा कर सकता है. आइए जानते हैं ज्यादा आयरन क्यों नुकसानदायक है और इससे कौन-कौन सी बीमारियां हो सकती हैं…
शरीर को कैसे प्रभावित करता है ज्यादा आयरन
दरअसल, शरीर के सभी अंग सही तरह से काम करें इसलिए आयरन जरूरी है लेकिन जब बॉडी में आयरन की मात्रा ज्यादा हो जाती है तो यह टॉक्सिक का कारण बन सकता है. हमारी बॉडी में हेप्सीडिन नाम का एक हार्मोन होता है, जो आयरन को रेगुलेट करने और इसे मेंटेन रखने का काम करता है. लेकिन जब हेप्सीडिन का लेवल बढ़ जाता है तो आयरन ज्यादा स्टोर होने लगता है. इसी तरह जब हेप्सीडिन का लेवल घटता है तब शरीर में आयरन की कमी होने लगती है. लेकिन कुछ डिसऑर्डर ऐसे हैं, जिनमें हेप्सीडिन का प्रोडक्शन बढ़ जाता है औऱ शरीर में आयरन ज्यादा बढ़ जाता है. जिससे समस्याएं बढ़ने लगती हैं.
शरीर में ज्यादा आयरन होने से नुकसान
शरीर में अचानक से आयरन लेवल बढ़ने से कोशिकाएं डैमेज होने लगती हैं.
जरूरत से ज्यादा आयरन सप्लीमेंट्स के सेवन से पाचन संबंधी समस्याएं होने लगती हैं. बच्चों को ये ज्यादा प्रभावित करता है.
अगर लंबे समय तक ज्यादा आयरन शरीर में पहुंच रहा है तो लीवर डैमेज हो सकता है.
शरीर में ज्यादा आयरन होने से ब्रेन भी डैमेज हो सकता है.
ज्यादा मात्रा में आयरन हेमोक्रोमेटोसिस कहलाता है. इससे बॉडी ऑर्गंस और टिश्यू में आयरन बनाने लगता है.
शरीर में ज्यादा आयरन होने से आर्थराइटिस, कैंसर, डायबिटीज, हार्ट फेलियर और लीवर की समस्याएं हो सकती हैं.
आयरन का इस्तेमाल इम्यून सिस्टम हार्मफुल बैक्टीरिया मारने में करता है। जब शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ती है तो इसका उल्टा असर होने लगता है और इंफेक्शन बढ़ जाता है.
आयरन की अधिकता दूर करने के उपाय
शरीर में ज्यादा आयरन हो जाए तो कम करने का कोई उपाय नहीं है. सिर्फ शरीर से ज्यादा मात्रा में ब्लड निकालने से ही समस्या कम होती है. इसीलिए ब्लड डोनेट करने वालों को हेमोक्रोमेटोसिस का खतरा कम रहता है.
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