मोटापा होना एक गंभीर बीमारी है. इसमें शरीर का आकार बेहद बड़ा हो जाता है. इसके साथ ही डायबिटीज, हाइपरटेंशन, हार्ट रोग होने का खतरा बढ़ जाता है. डॉक्टरों का कहना है कि अधिक वजनी लोगों मेें हेल्दी लोगों के सापेक्ष कैंसर होने का खतरा कई गुना अधिक होता है. वहीं, खतरा केवल मोटे लोगोें तक ही नहीं है. फैट यदि पतले लोगों पर भी चढ़ी है तो उन्हें भी परेशानी होने का खतरा रहता है. पतले लोगों पर फैट अधिक होने को स्किनी फैट कहा जाता है.
स्किनी फैट का मतलब है कि आपकी बॉडी की संरचना में असंतुलन है. आप फिट और दुबले-पतले दिख सकते हैं. लेकिन आपके शरीर में फैट का प्रतिशत आपकी मांसपेशियों से अधिक है.
डॉक्टरों का कहना है कि कुछ सामान्य कारण देखें तो इनमें कार्ब्स का अधिक सेवन, कोई फिजिकल एक्टीविटीज नहीं करना, हार्माेनल असंतुलन, पर्याप्त नींद न लेना आदि शामिल हैं.
डॉक्टरों का कहना है कि यह स्थिति बेहद गंभीर हो सकती है. इसे ऐसे समझ लिजिए कि आपकी स्किन की नीचे केवल वसा है, यानि आपकी हड्डी को ढकने के लिए कोई मांसपेशी नहीं है और यह बेहद खतरनाक हो सकता है. इससे अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
यह जानकारी जरूरी होनी चाहिए कि क्या उनके शरीर में वसा का प्रतिशत सही है? कमजोर मांसपेशियां के अलावा स्किनी फैट होना आपकी सेहत पर भी निगेटिव असर डालता है. स्किनी फैट से डायबिटीज, हाइ कोलेस्ट्रॉल लेवल, हार्ट डिसीज आदि जैसी बीमारियां हो सकती हैं. डॉक्टरों का कहना है कि इससे बचाव के लिए कार्ब का सेवन कम करना शुरू करना होगा और प्रोटीन की खपत बढ़ानी होगी.
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