रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से पेश किया अंतरिम बजट ‘आत्मविश्वास से लबरेज, मजबूत और आत्मनिर्भर विकसित भारत’ की दृष्टि को रेखांकित करता है।
साथ ही उन्होंने भरोसा जताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 2027 तक बढ़कर 5,000 अरब डॉलर से अधिक हो जाएगा। सिंह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि इस बजट में ‘समाज के हर वर्ग’ के लिए कुछ न कुछ है। सीतारमण ने बृहस्पतिवार को अंतरिम बजट 2024-25 पेश करते हुए कहा कि सरकार भारत को 2047 तक विकसित देश बनाने के लिए काम कर रही है।
सिंह ने संसद भवन परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा, ”यह अंतरिम बजट है लेकिन यह अंतरिम बजट जो उन्होंने प्रस्तुत किया है वह बहुत उत्साहवर्धक है और आगे के रास्ते के लिए भी उम्मीद जगाता है। और इस समय भारत की अर्थव्यवस्था का जो आकार है… मुझे विश्वास है कि इस बजट से हमें जो भी संकेत मिले हैं, हमारी अर्थव्यवस्था का आकार… जो अभी शीर्ष पांच में है… 2027 तक पांच हजार अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक हो जाएगा। 2030 तक यह बढ़कर 7,000 अरब डॉलर से अधिक हो जाएगा।”
वर्ष 2047 के लिये सरकार के रोडमैप के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ”हम उस लक्ष्य को हासिल कर लेंगे। हमें पूरा भरोसा है।” सिंह ने बाद में ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के जरिए ‘सकारात्मक और उत्साहजनक अंतरिम बजट’ पेश करने के लिए सीतारमण को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह बजट आत्मविश्वास से भरे, मजबूत और आत्मनिर्भर विकसित भारत के लिए दृष्टिकोण को रेखांकित करता है।
सिंह ने कहा, ”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के विजन से प्रेरित यह बजट भारत के तेज आर्थिक परिवर्तन की झलक पेश करता है। इस बजट में समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए कुछ न कुछ है। इस बजट में बुनियादी ढांचे, निर्माण, विनिर्माण और आवास और प्रौद्योगिकी विकास पर काफी जोर दिया गया है।”
उन्होंने कहा, ”कोविड महामारी के दौरान जब दुनिया लड़खड़ा रही थी, भारत आशा की किरण के रूप में उभरा। यह बजट प्रधानमंत्री के पंचामृत लक्ष्यों के अनुरूप है और यह अगले पांच वर्षों के अभूतपूर्व विकास का मार्ग भी प्रशस्त करता है।”
उन्होंने कहा, ”इस बजट में वित्त वर्ष 24 से पूंजीगत व्यय परिव्यय को बढ़ाकर 11.1 प्रतिशत कर वित्त वर्ष 25 के लिए 11.11 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है। पूंजीगत व्यय को लेकर किया गया यह बड़ा कदम 2027 तक भारत को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में मदद करेगा।”
– एजेंसी