क्या आप भी मीठा खाने के शौकीन हैं? मिठाइयां, केक, शरबत या रोज की चाय में ज़्यादा चीनी डालना आपकी दिनचर्या का हिस्सा है? तो सावधान हो जाइए, क्योंकि ये मीठा स्वाद आपको गठिया जैसी गंभीर बीमारी का शिकार बना सकता है।
गठिया (Arthritis) जोड़ों में सूजन और दर्द की बीमारी है, और इसके पीछे मीठे का कनेक्शन अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है। लेकिन हालिया शोध और आयुर्वेदिक विशेषज्ञों की मानें तो अत्यधिक चीनी का सेवन इस समस्या को और बढ़ा देता है।
मीठे का गठिया से क्या है संबंध?
चीनी शरीर में सूजन (inflammation) को बढ़ाने का काम करती है। जब हम ज़्यादा मीठा खाते हैं, तो शरीर में इंसुलिन का स्तर बढ़ता है, जिससे सूजन पैदा करने वाले तत्व सक्रिय हो जाते हैं। यह सूजन सीधे तौर पर जोड़ों को प्रभावित करती है और गठिया के लक्षणों को बढ़ा सकती है।
इसके अलावा, मीठा मोटापा बढ़ाता है और अधिक वजन भी जोड़ों पर दबाव डालता है, जिससे गठिया के दर्द में और इज़ाफा होता है।
स्वामी रामदेव का सुझाव
योग गुरु स्वामी रामदेव ने इस विषय में कई बार बताया है कि गठिया से राहत पाने के लिए मीठे से दूरी बनाना बेहद ज़रूरी है। उनके अनुसार:
- प्राकृतिक चीनी जैसे गुड़ या शहद का सीमित उपयोग करें
- प्रोसेस्ड शुगर, मिठाइयां और मीठे पेय पूरी तरह से टालें
- हर दिन कुछ समय योग और प्राणायाम को दें, विशेष रूप से वज्रासन, ताड़ासन और अनुलोम-विलोम
आयुर्वेदिक उपाय
- हल्दी और सोंठ का मिश्रण: हल्दी में मौजूद करक्यूमिन गठिया की सूजन को कम करता है
- अश्वगंधा और गिलोय का सेवन: रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं
- मेथी और अजवाइन के पानी का सेवन: जोड़ों के दर्द में राहत देता है
- तेल मालिश: सरसों या नारियल के तेल से जोड़ों की हल्की मालिश करें
क्या करें, क्या न करें
करें:
- हरी सब्जियां, फल और ओमेगा-3 युक्त भोजन लें
- नियमित योग और हल्का व्यायाम करें
- गर्म पानी पीने की आदत डालें
न करें:
- अत्यधिक मीठा, तला हुआ और जंक फूड से दूरी बनाए रखें
- देर रात भोजन न करें
- लंबे समय तक एक ही पोजिशन में न बैठें
गठिया जैसी गंभीर बीमारी को केवल दवाइयों से नहीं, बल्कि जीवनशैली में बदलाव और सही खानपान से भी नियंत्रित किया जा सकता है। अगर आप मीठे के शौकीन हैं, तो वक्त है थोड़ा रुकने और सोचने का। मीठे का मोह आपको दर्द का तोहफा न दे दे, इससे पहले सचेत हो जाएं।