सिर में खुजली होना और सिर में पपड़ी जैसा जमना कई बार परेशान कर सकता है. कई बार लोग इसे डैंड्रफ समझने लगते हैं, लेकिन ये समस्या जब ज्यादा बढ़ जाती है तो दर्दनाक होने लगती है. बालों से डैंड्रफ कपड़ों पर भी गिरने लगती है. खुजली करने से स्कैप्ल पर रैशेज या खरोंच कि निशान पड़ जाते हैं. दअरअसल स्कैल्प पर होने वाली इरिटेशन, खुजली और जलन स्कैल्प सोरायसिस की वजह से हो सकती है. सोरायसिस एक इम्यून मिडिएटिड जेनेटिकल डिटर्माइन स्किन कंडीशन है, जिसमें स्किन, सिर, नाखून और जोड़ों में असर दिखता है. इसमें सिर में प्लॉक बन जाते हैं, जिन्हें लोग डैंड्रफ समझने लगते हैं.
स्कैल्प के ड्राई होने और खुश्की से पपड़ी जैसी बनने लगती है. इससे खुजली बढ़ जाती है. इस समस्या से निजात पाने के लिए आप टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल करें. ये एंटीफंगल और एंटीबायोटिक गुणों से भरपूर होता है. इसे नारियल या ऑलिव ऑयल में कुछ बूंदें मिलाकर इस्तेमाल करें. इस तेल से स्कैल्प की मालिश करने से आराम मिलेगा.
बालों के लिए एलोवेरा बहुत फायदेमंद है. इससे ड्राईनेस कम होती है. एलोवेरा एंटी इंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर है. ये एक मॉइस्चराइजिंग क्रीम की तरह काम करता है. इससे त्वचा की जलन को कम करने में मदद मिलती है. स्कैल्प पर एलोवेरा जेल लगाकर 15 मिनट के लिए छोड़ दें. इसके बाद किसी माइल्ड शैंपू से बाल धो लें.
सिर और बालों के लिए दही भी बहुत असरदार है. दही में ऐसे गुण पाए जाते हैं जिससे डैंड्रफ में आराम मिलता है. दही एक्सफोलिएटिंग एजेंट के रूप में काम करता है. इससे सिर पर जमी डेड स्किन या पपड़ी जैसी परत से छुटकारा मिलता है. आप चाहें तो दही और केला को मैश करके इस्तेमाल कर लें. इसके अलावा दही और अंडे को मिलाकर लगाने से भी बालों को फायदा मिलेगा.
सेब का सिरका एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुणों से भरपूर होता है. इसे सिर की त्वचा पर लगाने से खुश्की और पपड़ी को हटाने में मदद मिलती है. स्कैल्प सोरायसिस से परेशान लोग इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि इसके इस्तेमाल में कुछ सावधानी बरतने की जरूरत है. आपको इसमें एक चौथाई भाग सिरका और बाकी पानी रखना है. इसके बाद ही एप्पल साइडर विनेगर का इस्तेमाल करें.
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