हाइपरटेंशन को कहें अलविदा: जानें इससे बचने के आसान उपाय

हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर आजकल एक आम समस्या बन गई है, जिसे “साइलेंट किलर” भी कहा जाता है। हाइपरटेंशन के कारण हार्ट अटैक, हार्ट फेल्योर और ब्रेन हेमरेज जैसी गंभीर स्थितियां हो सकती हैं, जो जीवन के लिए खतरनाक होती हैं। यह समस्या तब उत्पन्न होती है जब हम अपनी जीवनशैली में लापरवाही बरतते हैं। तो हाइपरटेंशन क्यों होता है और इससे बचाव संभव है? इसके उपचार के बारे में जानते हैं।

हाइपरटेंशन के लक्षण:
हाई ब्लड प्रेशर के शुरुआती लक्षण सामान्यत: दिखाई नहीं देते। इसके लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं। जब आपका दिल रक्त को पंप करता है, तो शरीर के सभी अंगों में रक्त की आपूर्ति होती है। जब ब्लड प्रेशर बढ़ता है, तो यह शरीर के विभिन्न अंगों के लिए खतरे का कारण बन सकता है। इसके अलावा, यह आपके रक्त वाहिकाओं को भी नुकसान पहुंचा सकता है। हाइपरटेंशन के कारण दिल, मस्तिष्क और शरीर के अन्य अंगों पर दबाव बढ़ सकता है।

हाइपरटेंशन क्यों होता है?
डॉक्टरों के अनुसार, हाइपरटेंशन का प्रमुख कारण मानसिक तनाव है। इसके अलावा, खराब जीवनशैली और खानपान की आदतें भी इसके प्रमुख कारण हैं। नींद की कमी भी हाइपरटेंशन का एक कारण हो सकता है। इसके प्रारंभिक लक्षण हल्के होते हैं, लेकिन यदि इलाज में लापरवाही बरती जाती है, तो यह गंभीर रूप से बढ़ सकता है। लंबे समय तक इसे नजरअंदाज करने से यह स्थायी हो सकता है और इसके लिए जीवनभर दवाओं की जरूरत पड़ सकती है।

हाइपरटेंशन से बचाव के उपाय:
हाइपरटेंशन के शुरुआती लक्षण दिखते ही इसका इलाज शुरू कर देना चाहिए। समय रहते इलाज से जीवनशैली में बदलाव करके इसे नियंत्रित किया जा सकता है। इसके लिए डॉक्टर निम्नलिखित उपायों की सलाह देते हैं:

आहार में बदलाव: नमक का सेवन कम करना चाहिए और वसा वाले खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए।

व्यायाम: नियमित रूप से व्यायाम करें और अधिक वजन होने पर उसे कम करें।

शराब और धूम्रपान: शराब और धूम्रपान से परहेज करें।

स्लीप पैटर्न: पर्याप्त और अच्छी नींद लें।

नियमित जांच: अपने रक्तचाप की नियमित जांच करवाएं।

हाइपरटेंशन को गंभीर होने से पहले ही नियंत्रित किया जा सकता है, बस इसके लक्षणों पर ध्यान देना और समय रहते बदलाव करना आवश्यक है।

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