टेस्ट मैचों में संघर्ष के बावजूद रोहित शर्मा और विराट कोहली का BCCI के A+ अनुबंध में बने रहना तय – रिपोर्ट

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) जल्द ही आगामी सत्र के लिए केंद्रीय अनुबंध सूची को अंतिम रूप देगा और भारत के टेस्ट क्रिकेट रोडमैप पर चर्चा करेगा। BCCI सचिव देवजीत सैकिया, मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर और मुख्य कोच गौतम गंभीर सहित प्रमुख हितधारक कई महत्वपूर्ण निर्णयों पर विचार-विमर्श करेंगे जो भारतीय क्रिकेट के भविष्य को आकार दे सकते हैं।

चुनौतीपूर्ण टेस्ट सत्र के बावजूद, रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों को BCCI के केंद्रीय अनुबंधों की A+ श्रेणी में बनाए रखना तय है। उनके साथ, रवींद्र जडेजा के भी एलीट ब्रैकेट में बने रहने की उम्मीद है। कोहली, लाल गेंद के क्रिकेट में निराशाजनक प्रदर्शन के बावजूद, एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बने हुए हैं, खासकर विदेशी परिस्थितियों में उनके अनुभव को देखते हुए, खासकर इंग्लैंड में।

इसके विपरीत, रोहित शर्मा का टेस्ट भविष्य अनिश्चित दिखता है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद, जहाँ उन्होंने बल्ले से संघर्ष किया, रोहित के जून में होने वाले आगामी इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टीम का हिस्सा होने की संभावना नहीं है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि उन्होंने सीरीज़ से बाहर होने का विकल्प चुना है, जिससे टेस्ट क्रिकेट में नेतृत्व संरचना पर सवाल उठ रहे हैं।

टेस्ट कप्तानी और टीम में बदलाव
रोहित के इंग्लैंड दौरे से बाहर होने की उम्मीद के साथ, भारत के अगले टेस्ट कप्तान को लेकर चर्चाएँ तेज़ हो गई हैं। सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ अंतिम टेस्ट में टीम की अगुआई करने वाले जसप्रीत बुमराह एक मज़बूत उम्मीदवार हैं। चयनकर्ता टेस्ट क्रिकेट में सहज बदलाव सुनिश्चित करने के लिए दीर्घकालिक नेतृत्व विकल्पों पर भी विचार करेंगे।

अन्य केंद्रीय अनुबंध में शामिलियाँ
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारत के बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले वरुण चक्रवर्ती पहली बार BCCI अनुबंध हासिल करने के लिए तैयार हैं। पिछले साल घरेलू क्रिकेट से अनुपस्थित रहने के कारण बाहर रहने वाले श्रेयस अय्यर को भी सूची में शामिल किए जाने की उम्मीद है।

भारत की अगली टेस्ट चुनौती
भारत की अगली टेस्ट सीरीज इंग्लैंड में पांच मैचों की सीरीज होगी, जिसकी शुरुआत 20 जून को हेडिंग्ले, लीड्स में होगी। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ लगातार दो सीरीज हारने के बाद, भारत लंबे प्रारूप में अपनी फॉर्म को फिर से हासिल करने के लिए बेताब होगा। आगामी बीसीसीआई बैठक भविष्य के लिए टीम के दृष्टिकोण को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।