रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बाढ़ प्रभावित चेन्नई और आस-पास के इलाकों का गुरुवार को हवाई सर्वे किया।
इसके साथ ही उन्होंने चक्रवाती तूफान मिचौंग के कारण हुए नुकसान पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के साथ बातचीत की। इसके बाद राजनाथ ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में बताया कि प्रधानमंत्री ने राज्य आपदा राहत फंड (एसडीआरएफ) से आंध्र प्रदेश को 493.60 करोड़ और तमिलनाडु को 450 करोड़ रुपये जारी करने का निर्देश दिया है। दोनों राज्यों को 450-450 करोड़ रुपये की पहली किस्त पहले ही जारी की जा चुकी है।
राजनाथ ने बताया कि प्रधानमंत्री स्वयं आपदा प्रभावित इलाकों की स्थिति का जायजा ले रहे हैं। इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री से बातचीत भी की है। केन्द्र की ओर से वे आश्वसान देते हैं कि सभी संभव सहायता दी जाएगी। राहत कार्यों में सेना, एनडीआरएफ और अन्य एजेंसियों को लगाया गया है।
उन्होंने बताया कि आज उन्होंने बाढ़ की स्थिति को लेकर हवाई सर्वे किया। इसके अलावा मुख्यमंत्री और संबंधित अधिकारियों से सीधी बातचीत की है। केन्द्र सरकार ने चेन्नई में बाढ़ की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए इससे निपटने के लिए तैयार योजना में 500 करोड़ की केन्द्रीय सहायता को भी मंजूरी दी है। इसके तहत राष्ट्रीय आपदा शमन कोष (एनडीएमएफ) के तहत चेन्नई बेसिन परियोजना के लिए एकीकृत शहरी बाढ़ प्रबंधन गतिविधियाँ संचालित की जायेंगी।
इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भीषण चक्रवाती तूफान मिचौंग ने तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश को प्रभावित किया है। हालाँकि क्षति की सीमा अलग-अलग है, इन राज्यों के कई क्षेत्र जलमग्न हैं, जिससे खड़ी फसलें प्रभावित हो रही हैं। प्रधानमंत्री ने चक्रवाती तूफान से आवश्यक राहत प्रबंधन में राज्य सरकारों की मदद करने के लिए गृह मंत्रालय (एमएचए) को एसडीआरएफ की दूसरी किस्त का केंद्रीय हिस्सा अग्रिम रूप से जारी करने का निर्देश दिया है।
एसडीआरएफ की दूसरी किस्त के तहत आंध्र प्रदेश को 493.60 करोड़ रुपये और तमिलनाडु को 450 करोड़ रुपये जारी होंगे। केंद्र ने दोनों राज्यों को समान राशि की पहली किस्त पहले ही जारी कर दी थी। उन्होंने कहा, “मैं प्रभावित सभी लोगों की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना करता हूं। हम इस घड़ी में उनके साथ खड़े हैं और यह सुनिश्चित करेंगे कि स्थिति जल्द से जल्द सामान्य हो जाए।”
– एजेंसी