स्विट्जरलैंड के दावोस में चल रहे ‘वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम’ के दौरान केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘टीम इंडिया प्लान’ को पूरी दुनिया के सामने प्रस्तुत किया। साथ ही, उन्होंने भविष्य में भारत के मैन्यूफैक्चरिंग और ग्लोबल सप्लाई चेन में बढ़ती ताकत के बारे में भी जानकारी दी। इस दौरान महाराष्ट्र को भारी निवेश के ऑफर भी मिले हैं।
अश्विनी वैष्णव ने दावोस में एक बैठक में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में बड़े कदम उठाए हैं। रेलवे, सड़कों, कॉलेजों का तेजी से निर्माण हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन चुका है, जहां 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न कंपनियां हैं।
‘Made for the World’ का ऐलान
अश्विनी वैष्णव ने अपोलो हॉस्पिटल की एग्जीक्यूटिव शोभना कामेयनी और बजाज फिनजर्व के सीएमडी संजीव बजाज के साथ एक बातचीत के दौरान कहा कि मोदी सरकार ने पिछले 10 सालों में समावेशी विकास पर जोर दिया है। इसके तहत 51 करोड़ बैंक खाते खोले गए, 13 करोड़ घरों में नल से जल पहुंचाया गया, और 11 करोड़ लोगों को कुकिंग गैस कनेक्शन दिए गए। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने देश में कानूनों को सरल बनाने पर जोर दिया है, जिससे टेलीकॉम सेक्टर को फायदा हुआ है।
वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का मुख्य एजेंडा ‘मेक इन इंडिया, मेड फॉर द वर्ल्ड’ की रणनीति पर चलने का है। सरकार ने कौशल विकास और सशक्तिकरण पर भी जोर दिया है।
महाराष्ट्र को मिला 16 लाख करोड़ का निवेश
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दावोस में अपने राज्य को भारत की पहली 1 ट्रिलियन डॉलर की स्टेट इकोनॉमी बनाने की प्रतिबद्धता जताई। इसके चलते महाराष्ट्र को कुल 15.7 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले। इनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ हुआ 3.05 लाख करोड़ रुपए का निवेश प्रस्ताव प्रमुख है। इससे राज्य के विभिन्न सेक्टरों में 3 लाख से ज्यादा रोजगार उत्पन्न होने की संभावना है। इसके अलावा, अमेजन वेब सर्विस ने भी 71,000 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश की घोषणा की है।
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