मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को ऐलान किया कि खेलो इंडिया सेंटर की तर्ज पर राज्य के हर ब्लॉक में खेलो उत्तर प्रदेश सेंटर की स्थापना की जायेगी।
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि तथा नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में योगी ने कहा कि प्रदेश के हर ब्लॉक में खेलो उत्तर प्रदेश सेंटर की स्थापना करेंगे। इसके लिए खेल विभाग के साथ मिलकर एक राशि निर्धारित की जाएगी। प्रदेश सरकार ने पहले ही तय किया है कि जो खिलाड़ी खेलों के उपरांत अपना समय दे सकते हैं उनको खेलो यूपी सेंटर में निश्चित मानदेय पर कोच नियुक्त किया जाएगा। यदि ब्लॉक स्तर पर अच्छे कोच होंगे तो हमारे खिलाड़ी और भी निखर सकेंगे और हम देश और विदेश में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकेंगे।
इस अवसर पर उन्होंने 19वें एशियाई खेल-2022, चतुर्थ पैरा एशियाई खेल-2022 एवं 37वें राष्ट्रीय खेल-2023 में पदक अर्जित करने वाले एवं प्रतिभाग करने वाले उत्तर प्रदेश के 189 उत्कृष्ट खिलाड़ियों को 62 करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि वितरित की। इसके साथ ही सात पदक विजेता खिलाड़ियों को पुलिस उपाधीक्षक, जिला युवा कल्याण अधिकारी एवं यात्री/माल कर अधिकारी के रूप में नियुक्ति पत्र भी प्रदान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दस वर्ष के अंदर खेलों में एक माहौल बना है। युवा ऊर्जा के प्रोत्साहन को जमीनी धरातल पर उतारने के लिए प्रदेश सरकार ने प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया है। उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों ने एशियन गेम्स के 25 फीसदी मेडल प्राप्त किए हैं। नेशनल गेम्स में भी यूपी के खिलाड़ियों ने अच्छा किया है और उसे और भी अच्छा करने के लिए यह सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
उन्होंने कहा कि आज 189 खिलाड़ियों को 62 करोड़ की राशि प्रदान की गई है तो सात खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। यही परिवर्तन होता है जब नेतृत्व अच्छा होता है। पहले पैसा देकर नौकरी खरीदते थे, लेकिन आज सरकार नौकरी भी दे रही है और पैसा भी दे रही है। अपनी विभूतियों को सम्मानित करना राष्ट्र की प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है। अपने देश की पुनप्रतिष्ठा और गौरव को स्थापित करना ये सम्मान का कार्यक्रम उसी का हिस्सा है।
प्रदेश में खेलो इंडिया खेलो से जो शुरुआत हुई, सांसद खेलकूद प्रतियोगिता, उत्तर प्रदेश में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स, ये सभी आयोजन पूरी भव्यता के साथ संपन्न हुए। सरकार ने पहले से संकल्प लिया है कि हम हर जिले में स्टेडियम बनाएंगे, हर ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम बनाएंगे, हर ग्राम पंचायत में खेल का मैदान और ओपन जिम बनाएंगे। इसके साथ ही खेल और खिलाड़ियों की प्रोत्साहन राशि में बढ़ोतरी हो, इसका भी प्राविधान करेंगे। उत्तर प्रदेश देश में अग्रणी राज्य है जिसने अब तक 500 से अधिक खिलाड़ियों को नियुक्ति पत्र देकर नौकरी प्रदान कर दी है। इसमें डिप्टी एसपी के पद से लेकर के पुलिस में भर्ती तक स्थान प्रदान किया गया है।
योगी ने कहा कि जो पैरा खिलाड़ी हैं इनके लिए भी व्यवस्था होनी चाहिए। मेडल प्राप्त करने वाले इन खिलाड़ियों को भी हम नियुक्ति दे सकें। यह हमारी विभूतियां हैं। इन्होंने अपने सामर्थ्य से देश का और प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि जब एशियन गेम्स में हमारे राज्य की बालिका ने कहा कि गोल्ड मेडल इसलिए जीती हूं क्योंकि हमारे राज्य में डिप्टी एसपी का पद मिलेगा, उसी दिन तय किया कि सम्मान समारोह में इस बालिका को डिप्टी एसपी का पद जरूर दो। उन्होने कहा कि राज्य सरकार ने सिर्फ संसाधन ही नहीं बढ़ाए हैं, बल्कि प्रोत्साहन राशि भी बढ़ाई है। नौकरियां भी दे रहे हैं और अन्य प्रकार की सुविधाओं में भी बढ़ोतरी कर रहे हैं। और भी अच्छे प्रयास किए जाएंगे। सीएम ने खेल विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि एशियन गेम्स में जिन लोगों ने मेडल प्राप्त किए हैं उन्हें प्रदेश के स्पोर्ट्स कॉलेज और स्पोर्ट्स हॉस्टल या जनपद स्तर पर जो भी कार्यक्रम चल रहे हैं वहां का दौरा जरूर कराएं। ये लोग वहां अपने अनुभव जरूर शेयर करें, ताकि नवोदित खिलाड़ी भी प्रेरणा प्राप्त कर सकें।
इस अवसर पर केंद्रीय खेल और युवा कल्याण मंत्री अनुराग ठाकुर, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं ब्रजेश पाठक, वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, खेल युवा कल्याण मंत्री गिरीश चंद्र यादव, मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी, प्रमुख सचिव खेल आलोक कुमार, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव परिवहन एल वेंकटेश्वर लू, खेल सचिव सुहास एलवाई एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
– एजेंसी