वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत आने वाले उद्योग संवर्धन एवं आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) ने स्टार्टअप पॉलिसी फोरम (एसपीएफ) के साथ साझेदारी की है। एसपीएफ भारत के नए जमाने की कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाला एक प्रमुख उद्योग संगठन है। इस रणनीतिक करार का उद्देश्य भारत को नवाचार और उद्यमिता के वैश्विक केंद्र के तौर पर स्थापित करना है।
इस साझेदारी का प्रमुख आकर्षण आगामी एसपीएफ स्टार्टअप बैठक में देखने को मिलेगा, जो नैशनल स्टार्टअप वीक सेलिब्रेशन के हिस्से के रूप में 15 और 16 जनवरी को भारत मंडपम में आयोजित होगी। यह कार्यक्रम डीपीआईआईटी और एसपीएफ सदस्यों के बीच सहयोग बढ़ाने, शीर्ष नवाचारों को प्रदर्शित करने और नई पहलों की घोषणा के लिए एक मंच के तौर पर काम करेगा। इसके अतिरिक्त, एसपीएफ डीपीआईआईटी के साथ मिलकर विशेष कार्यक्रमों का आयोजन करेगा ताकि वैश्विक निवेशकों को भारत के स्टार्टअप परिवेश से जोड़ा जा सके।
स्टार्टअप इंडिया के संयुक्त सचिव संजीव सिंह ने कहा, ‘एसपीएफ के साथ किया गया यह रणनीतिक करार डीपीआईआईटी की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जहां स्टार्टअप कंपनियां आगे बढ़ सकती हैं और भारत को वैश्विक नवाचार केंद्र बनाने के मिशन को बल मिल सकता है। एसपीएफ सदस्य भारत की उद्यमशीलता की भावना को दर्शाते हैं और उनका योगदान साल 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।’
स्टार्टअप पॉलिसी फोरम के सदस्यों में रेजरपे, क्रेड, ग्रो, जीरोधा, पाइन लैब्स, ओयो, एको, स्विगी, ड्रीम11, मोबाइल प्रीमियर लीग, लाइव स्पेस, कार्स 24, कार देखो और मोबिक्विक जैसी भारत की कई सफल और मूल्यवान स्टार्टअप कंपनियां शामिल हैं। यह संगठन नए जमाने की कंपनियों के लिए नीति बनाता है और भारतीय स्टार्टअप परिवेश को वैश्विक मंच पर बढ़ावा देने के साथ-साथ अग्रणी स्टार्टअप और संस्थापकों को एक साथ लाता है।
स्टार्टअप पॉलिसी फोरम के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्वेता राजपाल कोहली ने कहा, ‘इस प्रभावशाली सहयोग को आगे बढ़ाकर हमारा लक्ष्य प्रभावशाली भारत को वैश्विक नवाचार के नक्शे पर प्रमुखता से स्थापित करना और उद्यमियों को उनकी पूरी क्षमता का उपयोग करने के लिए सशक्त बनाना है।’
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