थायराइड भी डायबिटीज जैसी बीमारी है, जो बहुत खमोशी से और धीरे-धीरे इंसान के शरीर को खोखला कर देती है. इन दोनों ही बीमारियों में सबसे बुरी बात यह है कि एक बार हो जाने के बाद ये लाइफ में कभी पीछा नहीं छोड़तीं और आपको इनके साथ ही अपना जीवन जीना पड़ता है.
लेकिन जरा रुकिए, आपकी हेल्थ से जुड़ी ये बातें सही होते हुए भी पूरी तरह सच नहीं हैं! क्योंकि इन सभी बातों के साथ एक कंडीशन अप्लाई होती है और वो ये है कि ऐसा तभी तक होता है, जब तक आप अंग्रेजी दवाओं के माध्यम से अपना इलाज करा रहे होते हैं. क्योंकि कुछ खास स्थितियों को छोड़कर आयुर्वेद के अनुसार इलाज कराने पर आप अपनी इन बीमारियों को पूरी तरह कंट्रोल भी कर सकते हैं और एक समय बाद पूरी तरह ठीक भी कर सकते हैं.
थायराइड से जुड़े मिथ्स क्या हैं?
थायराइड को आमतौर पर महिलाओं की बीमारी माना जाता है. लेकिन ऐसा नहीं है कि यह पुरुषों को नहीं होती है, बस अंतर इतना है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं को यह बीमारी अधिक होती है.
जिन्हें थायराइड हो जाता है, उन्हें जिंदगीभर टैबलेट खानी पड़ती है. ऐसा बिल्कुल नहीं है. आप सही लाइफस्टाइल, सही डायट और योग के साथ बिना टैबलेट के भी सही रह सकते हैं.
थायराइड होने पर वजन घटाया या बढ़ाया नहीं जा सकता. ये मिथ इसलिए मार्केट में रहता है क्योंकि कुछ लोगों का वजन थायराइड के कारण बढ़ता चला जाता है तो कुछ लोगों का वजन घटने लगता है.
थायराइड होने के बाद प्रेग्नेंसी कभी नहीं हो पाती है. जबकि ऐसा नहीं है. सही लाइफस्टाइल के साथ थायराइड को बैलेंस करके आप नैचरली प्रेग्नेंट भी हो सकती हैं.
जिन्हें थायराइड हो जाए उनके बाल और स्किन कभी हेल्दी नहीं रहते. यह बात भी गलत साबित हो सकती है अगर आप हेल्दी डायट और लाइफस्टाइल फॉलो करें.
क्यों होता है थायराइड ?
इस बीमारी की शुरुआत के कई कारणों में से जो सबसे कॉमन रीजन हैं, वे इस प्रकार हैं…
बहुत अधिक तनाव में रहना
लंबे समय तक तनाव में रहना
लेजी लाइफस्टाइल
नींद पूरी ना होना
अनुवांशिकता
बढ़ता हुआ मोटापा
डायबिटीज की समस्या
हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या
सोने, जागने, खाने का समय निर्धारित ना होना
जंक फूड, प्रोसेस्ड फूड का अधिक सेवन.
ये सभी कारण ऐसे हैं, जिन्हें आप सही जीवनशैली के साथ अपने नियंत्रण में रख सकते हैं. अगर आप लापरवाही करेंगे तो फिर बीमारी हावी होगी और आप बीमारी के कंट्रोल में आ जाएंगे. लेकिन यदि आप हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करेंगे तो बीमारी आपके कंट्रोल में रहेगी!
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