जयपुर (एजेंसी/वार्ता): राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि शिक्षा में गुणवत्ता से जुड़ी प्रतिस्पर्द्धा के लिए अधिकाधिक कार्य होना चाहिए। मिश्र आज जवाहर कला केंद्र के सभागार में आयोजित “स्व. टी.एन. मिश्रा अचीवमेंट अवार्ड समारोह” में सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में शिक्षा से जुड़ी गुणवत्ता पर ही सर्वाधिक जोर दिया गया है। उन्होंने शिक्षण संस्थाओं को नई पीढ़ी को भारत के अतीत के गौरव का भान कराते हुए संस्कृति और जीवन मूल्यों से जोड़े जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि देश जिस तेजी से विकास कर रहा है, उसी गति से युवाओं को आत्मनिर्भरता के लिए सभी स्तरों पर प्रेरित करने की आवश्यकता है।
उन्होंने नई शिक्षा नीति को इस संबंध में महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इसमें प्रारम्भिक शिक्षा से ही व्यावसायिक कौशल, उद्यमिता से नई पीढ़ी को जोड़े जाने के प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने सेंट्रल एकेडेमी के तहत आत्मनिर्भर भारत के तहत कौशल विकास के अधिकाधिक केंद्र विकसित किए जाने पर भी जोर दिया।
मिश्र ने कहा कि संविधान के मौलिक अधिकारों के साथ मौलिक कर्तव्यों के लिए भी सभी को प्रतिबद्ध रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसी से देश में सद्भाव, सामंजस्य और स्वस्थ जीवन परम्पराएं कायम रह सकती है। उन्होंने संविधान में उकेरे चित्रों की व्याख्या करते हुए कहा कि भारतीय संविधान हमारी संस्कृति का प्रतीक चिह्न है। उन्होंने शिक्षण संस्थाओं को संविधान से जुड़े संस्कारों को आत्मसात करने के लिए प्रेरित करने का भी आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, समाज सेवा, पर्यावरण, उद्यमिता आदि क्षेत्रों में सम्मान की परंपरा अनुकरणीय है। उन्होंने श्री टी एन मिश्रा को याद करते हुए कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ ही वंचित वर्ग के बच्चों को हरेक स्तर पर शिक्षा से लाभान्वित करने के प्रति उनका विशेष समर्पण भाव था।
राज्यपाल ने समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करने वाली 13 प्रतिभाओं को सम्मानित किया। पूर्व में राज्यपाल ने संविधान की उद्देशिका और मूल कर्तव्यों का वाचन कराया।
-एजेंसी/वार्ता