पारंपरिक खेती अब आधुनिक कृषि का रूप ले चुकी है। किसान अब गेहूं-चावल जैसी पारंपरिक फसलों की जगह फल, सब्जियों और सलाद की खेती में रुचि ले रहे हैं। इनमें अनानास (Pineapple) की खेती एक बेहतरीन विकल्प है, जो कम समय में ज्यादा मुनाफा देती है। इसकी बाजार में लगातार डिमांड बनी रहती है, जिससे यह एक रिस्क-फ्री बिजनेस साबित हो सकता है। आइए जानते हैं कि अनानास की खेती से आप कैसे बड़ा मुनाफा कमा सकते हैं।
किन राज्यों में होती है अनानास की खेती?
भारत में त्रिपुरा, मिजोरम, पश्चिम बंगाल, केरल, असम और आंध्र प्रदेश पारंपरिक रूप से अनानास की खेती के लिए मशहूर हैं। लेकिन अब उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार के किसान भी इसकी खेती करने लगे हैं, जिससे इसकी लोकप्रियता और बढ़ गई है।
अनानास की खेती के लिए सही मिट्टी और जलवायु
✅ मिट्टी: बलुई दोमट या रेतीली दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है।
✅ पीएच स्तर: 5-6 के बीच होना चाहिए।
✅ जलवायु: आर्द्र और नमीयुक्त जलवायु में सबसे अच्छी पैदावार होती है।
✅ तापमान: 22-32 डिग्री सेल्सियस सबसे आदर्श रहता है।
✅ सिंचाई: अनानास की खेती में नियमित पानी की आवश्यकता होती है।
कब करें अनानास की बुआई?
अनानास की खेती पूरे साल की जा सकती है, लेकिन इसकी दो मुख्य फसलें होती हैं:
🌱 जनवरी-मार्च
🌱 मई-जुलाई
गर्म और नमीयुक्त इलाकों में इसकी खेती सालभर की जा सकती है।
अनानास की प्रमुख किस्में
✅ Giant Kew – बड़े आकार और अच्छी मिठास के लिए मशहूर
✅ Queen – जल्दी पकने वाली किस्म
✅ Red Spanish – खराब होने की संभावना सबसे कम
✅ Mauritius – प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली किस्म
कैसे करें अनानास की खेती?
1️⃣ खेत की तैयारी: सबसे पहले खेत की जुताई करें और जैविक खाद डालें।
2️⃣ बीज की तैयारी: अनानास का ऊपरी हिस्सा (Sucker) बुआई के लिए इस्तेमाल होता है।
3️⃣ बुआई:
दो पौधों के बीच 25 सेंटीमीटर की दूरी रखें।
पौधों को लगाने से पहले 0.2% डाईथेन एम 45 के घोल से उपचारित करें।
4️⃣ सिंचाई: बारिश में इसकी फसल नहीं लगाई जाती, क्योंकि अत्यधिक पानी से पौधों को नुकसान हो सकता है।
5️⃣ फसल की देखभाल: समय-समय पर खरपतवार हटाएं और उचित खाद का इस्तेमाल करें।
कितना होगा मुनाफा?
✅ एक हेक्टेयर में 16-17 हजार पौधे लगाए जा सकते हैं।
✅ एक पौधे से 2 किलो तक अनानास मिलता है।
✅ कुल पैदावार: 3-4 टन प्रति हेक्टेयर।
✅ बाजार मूल्य: ₹150-₹250 प्रति किलो।
✅ कुल कमाई:
4 टन × ₹150 = ₹6 लाख (औसत मूल्य पर)
💰 कम लागत में भारी मुनाफा – सही मार्केटिंग से कमाई और बढ़ सकती है!
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