हेल्दी रहने के लिए खानपान का खास ख्याल रखना जरूरी है. क्योंकि अधिकतर बीमारियां खराब लाइफस्टाइल और खानपान की बेकार आदतों की वजह से ही होती हैं. खानपान की खराब आदतों में रात को सोने से पहले दूध पीना भी शामिल है. माना कि रात में दूध पीने की परंपरा काफी पुरानी है और कई लोग रात में सोने पहले एक गिलास दूध पीते हैं. लेकिन ये आदत आपको बीमार कर सकती है. आइए जानते हैं कि क्यों आपको रात में सोने से पहले दूध नहीं पीना चाहिए.
रात में क्यों नहीं पीना चाहिए दूध?
लैक्टोज इनटॉलेरेंस: अगर आपको लैक्टोज इनटॉलेरेंस की प्रॉब्लम है यानी लैक्टोज पचाने में समस्या होती है तो दूध पीने से आपको पाचन संबंधी समस्याएं जैसे- पेट में दर्द, दस्त और गैस की समस्या हो सकती है.
शुगर स्पाइक: जिन लोगों को लैक्टोज इनटॉलेरेंस या दूध से एलर्जी होती है, उन लोगों को रात में दूध पीने से परहेज करना चाहिए. अगर आप दूध में चीनी मिलाकर पीते हैं तो इससे आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है.
वेट गेन: हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि एक गिलास दूध में 120 कैलोरी होती है. सोने से पहले इसे पीने से मेटाबॉलिज्म स्लो हो सकता है. सोने से पहले ली गई किसी भी तरीके की कैलोरी को बर्न करना थोड़ा मुश्किल होता है. यही वजह है कि बढ़े हुए वजन से परेशान लोगों को रात में सोने से पहले दूध नहीं पीना चाहिए.
इनडाइजेशन: रात को सोने से पहले दूध का सेवन करने से आपको पाचन संबंधी कई परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं. ऐसा करने से आपको इनडाइजेशन हो सकता है. रात को दूध पीने के तुरंत बाद सोने से गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग हो सकता है. सीने में दर्द और बेचैनी की शिकायत भी हो सकती है.
दूध पीने का सही समय क्या है?
दूध से होने वाली किसी भी दिक्कत से बचने के लिए यह जानना आपके लिए बहुत जरूरी है कि दूध पीने का सही समय क्या है. नेशनल स्लीप फाउंडेशन के मुताबिक, दूध पीने का सबसे अच्छा समय सोने से दो या तीन घंटे पहले का है. अगर आप इससे जुड़े दुष्प्रभावों से सुरक्षित रहना चाहते हैं तो सोने से तीन घंटे पहले ही दूध पी लें और कभी-भी दूध पीने के तुरंत बाद न सोएं.
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