अगर आप अपनी त्वचा पर सफेद निशान या फिर स्किन का बदलता हुआ रंग देख रहे हैं, तो ये सफेद दोग की समस्या हो सकती है. सफेद दाग को विटिलिगो भी कहते हैं. इस समस्या को कुछ लोग कोढ़ तक समझ लेते हैं. हालांकि, ऐसी भूल नहीं करनी चाहिए. यह एक प्रकार का चर्म रोग होता है. इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे पोषक तत्वों की कमी, फंगल संक्रमण.
पहले ये जान लेते हैं कि सफेद दाग आखिर होते क्या हैं. दरअसल, ये एक चर्म रोग है, जिसमें त्वचा का रंग सफेद पड़ने लगता है. ये रोग छूने से नहीं फैलता है. सफेद दागों को विटिलिगो भी कहते हैं, जिसमें धीरे-धीरे त्वचा का रूप बदलने लगता है.
सफेद दाग होने के वैसे तो कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से मुख्य कारण जरूरी मात्रा में विटामिन्स व मिनिरल्स की कमी होती है. यदि संतुलित डाइट न ली जाए, तो इससे त्वचा पर हल्के रंग के दाने पड़ने लगते हैं.
सफेद दाग होने के कारणों में फंगल इंफेक्शन भी शामिल है. यदि किसी को फंगल इंफेक्शन हो जाए, तो इसके परिणामस्वरूप भी त्वचा पर सफेद दाग की समस्या होती है. ऐसी स्थिति में डॉक्टर्स से परामर्श लेना जरूरी है.
हमारे शरीर में मेलेनोसाइट्स नामाक कोशिकाएं होती हैं, जो त्वचा को प्राकृतिक रंग प्रदान करती हैं. जब ये कोशिकाएं नष्ट होने लगती है, तब ये अपना काम करना बंद कर देती हैं, जिसकी वजह से त्वचा का रंग बदलने लगता है. नतीजतन, त्वचा पर सफेद धब्बे दिखाई देने लगते हैं.
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