शकरकंद यानी स्वीट पोटैटो मुख्य रूप से सर्दियों का भोजन है. ज्यादातर लोग इसे खाना पसंद करते हैं लेकिन कभी-कभी. हालांकि इसे आपको अपनी डेली डायट का हिस्सा बनाना चाहिए. क्योंकि हाइड्रेशन से लेकर वेट लॉस तक और डायबिटीज कंट्रोल करने से लेकर कैंसर से बचाव तक, स्वीट पोटैटो शरीर को कई तरह से लाभ पहुंचाते हैं. फाइबर से भरपूर होने के कारण ये भूख को रेग्युलेट करने का काम भी करते हैं.
आप शकरकंद का सेवन कई तरह से अलग-अलग डिशेज बनाकर कर सकते हैं. लेकिन सबसे आसान दो तरीके हैं, जिनमें से एक है इसे मीठे रूप में खाना और दूसरा है इसे नमक के साथ खाना. लेकिन दोनों ही तरह से इसे बनाने में आपको शकरकंद को पहले उबालना होगा. मीठा शकरकंद बनाने के लिए आप इसे धोकर और अच्छी तरह साफ करके गुड़ या शक्कर डालकर कुकर में पका लें.
शकरकांद खाने के फायदे हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग होते हैं. क्योंकि प्राकृतिक गुणों से भरपूर ये फूड शरीर को हर तरह से हेल्दी बनाने में मदद करता है.
सर्दी के मौसम में हम अधिक गरिष्ट चीजें खाते हैं. यानी घी, माखन, ड्राइफ्रूट्स से भरपूर गर्म तासीर वाली चीजें. ताकि हमारा शरीर सर्दी से बचा रहे. लेकिन कई बार इन फूड्स का गलत विधि से सेवन या अधिक मात्रा में सेवन पाचन संबंधी विकारों की वजह बन जाता है. इसलिए शकरकंद खाना और भी जरूरी हो जाता है. क्योंकि शकरकंद सबसे पहले यह पाचन को ठीक करता है और शरीर में एनर्जी लेवल को मेंटेन करता है.
सर्दी के मौसम में एलर्जी, कोल्ड, कफ, फीवर जैसी समस्याएं बहुत जल्दी होती हैं. इनसे बचने के लिए अच्छी इम्युनिटी का होना जरूरी होता है. शकरकंद में पाया जाने वाला विटामिन-सी और मैग्निशियम रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करते हैं. इनका प्रभाव इसलिए अधिक बढ़ जाता है क्योंकि शकरकंद इनके साथ ही ऐंटिइंफ्लामेट्री गुणों से भरपूर होता है.
सर्दी के मौसम में बड़ी उम्र के लोगों को और उन लोगों को जिन्हें अस्थमा या सांस से जुड़ी कोई अन्य बीमारी पहले से है, उन्हें सर्दी के मौसम सांस संबंधी समस्याएं अधिक होने लगती हैं. ऐसा मौसम में ठंडक, सूरज की किरणों की कमी, पलूशन और धुंध के कारण होता है.
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