जानिए,क्या विटामिन-डी आपकी जान बचा सकता है

विटामिन-डी की जरूरत हमारे शरीर को हमेशा होती है. यही वजह है कि सभी से कहा जाता है कि वह दिन में कम से कम कुछ देर के लिए ही सही लेकिन धूप में जरूर बैठें. दरअसल, स्वस्थ हड्डियों और शरीर के पूरे स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए विटामिन D बेहद महत्वपूर्ण है. हालांकि, अगर आप अपने मन से बिना किसी चिकित्सकीय सलाह के विटामिन D की हाई डोज लेते हैं तो यह आपके स्वास्थ के लिए हानिकारक और संभावित रूप से आपके जीवन के लिए खतरा भी हो सकता है

विटामिन डी शरीर को कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है, जो मजबूत हड्डियों के लिए जरूरी है.

इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए विटामिन डी महत्वपूर्ण है और यह संक्रमण को रोकने में भी मदद कर सकता है.

विटामिन डी ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और हृदय संबंधी रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है.

विटामिन डी का डिप्रेशन, चिंता और अन्य मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.

कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि विटामिन डी का पर्याप्त स्तर शरीर में होने वाले कुछ प्रकार के कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है. जिसमें कोलन, प्रोस्टेट और स्तन कैंसर शामिल हैं.

विटामिन D रोजाना कितना लेना चाहिए ये आपके उम्र, लिंग और स्वास्थ्य की स्थिति जैसे कारकों के आधार पर निर्भर करता है. लेकिन अधिकांश वयस्क युवाओं को विटामिन D की प्रति दिन 600 से 800 इंटरनेशन यूनिट (IU) की आवश्यकता होती है. हालांकि, चिकित्सकीय देखरेख के बिना अगर आप रोज की खुराक से चार गुना ज्यादा विटामिन डी ले लेते हैं तो इससे आपमें हाइपरविटामिनोसिस डी नामक स्थिति उत्पन्न हो सकती है. इसकी वजह से आप- मतली, उल्टी, भूख न लगना, कब्ज और कमजोरी जैसी स्थिति के शिकार हो सकते हैं. इसके अलावा, विटामिन डी की हाई डोज खून में कैल्शियम के उच्च स्तर का कारण बन सकती है, जिससे किडनी को नुकसान पहुंच सकता है.

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