खाने के साथ खाए जाने वाले सलाद को लेकर कई लोग यह सोचते हैं कि ये सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है. हमनें कई बार यह सुना होगा कि ‘सलाद जरूर खाना चाहिए’. लोग इसे इतना सेहतमंद मानते हैं कि इसके लिए ऑर्गेनिक और हेल्दी जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं. मगर क्या जितना आप सोचते हैं, सलाद उतना हेल्दी है? आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ.
डॉ विजयन लिखती हैं कि सलाद को हम फाइबर से युक्त आहार मानते हैं. लेकिन सच तो यह है कि ये एक कंप्लीट सुपरफूड नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर आपकी बॉडी कफ प्रीडोमिनेंट टाइप नहीं हैं तो आपको सलाद के सेवन से बचना चाहिए. अलका विजयन ने यह भी कहा कि अगर आप वजन घटाने की कोशिश में जुटे हैं तो आपके लिए सलाद फायदेमंद साबित होगा.
अल्का कहती हैं कि बड़ी संख्या में लोग कच्चा सलाद खाना पसंद करते हैं, क्योंकि उन्हें ऐसा लगता है कि कच्ची सब्जियां खाने से उनके शरीर को कई सारे पोषक तत्व मिलेंगे. इस मिथ को तोड़ते हुए डॉ. विजयन ने कहा कि सच्चाई तो यह है कि सब्जियों को पकाने से इसके पोषक तत्वों को ऑब्जर्व करना आसान हो जाता है, क्योंकि इसमें मौजूद सेलूलोज का ब्रेक डाउन हो जाता है और इसकी वजह से आंत पर काम का अत्यधिक भार कम हो जाता है.
आयुर्वेद के मुताबिक सलाद का कभी-कभी सेवन करना अच्छा रहता है. क्योंकि फाइबर कफ वाले लोगों में एक्सट्रा फैट को तोड़ने में मदद करता है. आयुर्वेद एक्सपर्ट ने कहा कि फाइबर को हासिल करने के लिए कई लोग सलाद के साथ भोजन की शुरूआत करते हैं और फल के साथ अपना भोजन खत्म करते हैं, उन्हें ऐसा करने से बचना चाहिए. पकाए गए भोजन और बिना पकाए गए भोजन के लिए वक्त हमेशा अलग-अलग होता है, जिससे प्रो-इंफ्लेमेटरी मेटाबॉलिक बायप्रोडक्ट्स का निर्माण होता है.
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