सिर दर्द एक बहुत ही आम सी समस्या है जो किसी को भी प्रभावित करती है, लेकिन कभी-कभी कुछ सिर दर्द ऐसे होते हैं जिससे व्यक्ति बेचैन हो उठता है. इन्हीं में से एक है क्लस्टर सिरदर्द.. यह एक बहुत ही रेयर बीमारी है, इस से पीड़ित व्यक्ति को काफी तेज सिर दर्द होता है. इसे मेडिकल की भाषा में प्राइमरी हेडेक डिसऑर्डर कहते हैं. यह हमारे सिर के एक ही और होता है. दर्द के कारण आपके आंखों में सूजन नाक जमने जैसी शिकायत होती है, अक्सर यह दर्द आंख के इर्द-गिर्द कनपटी और चेहरे पर महसूस होता है. कई बार इस दर्द को लोग माइग्रेन का दर्द भी समझने लेते हैं लेकिन यह माइग्रेन के दर्द से बिल्कुल अलग होता है. इस दर्द के मारे आप रात को आप सो भी नहीं पाते हैं.
अगर आपको पहले क्लस्टर सिरदर्द का अटैक हो चुका है तो ज्यादा देर तक धूप में ना रहें, या फिर ऐसी जगह पर ना रहे हैं जहां पर गर्मी हो, बहुत ज्यादा इंटेंस एक्सरसाइज करने से बचें, क्योंकि इससे शरीर में गर्मी पैदा होती है और फिर से आपको अटैक आ सकता है.
स्लीपिंग पैटर्न खराब होने के चलते भी सिरदर्द की समस्या होती है. स्लीपिंग टाइम अनियमित होने के कारण क्लस्टर सिरदर्द की समस्या बन सकती है, इस अटैक से बचना चाहते हैं तो आप अपने सोने और जागने का टाइम फिक्स कर लें
क्लस्टर सिरदर्द के अटैक से बचने के लिए आप अपने डाइट में प्रोटीन युक्त आहार, जैसे मछली, रेडमीट, चिकन, अंडे दूध और प्लांट बेस्ट प्रोडक्ट को भी शामिल कर सकते हैं. इससे क्लस्टर सिरदर्द के लक्षणों में बचाव किया जा सकता है.
ज्यादातर यह अटैक अल्कोहल और स्मोकिंग करने वाले लोगों को ही आता है इसलिए इससे बचे शराब और धूम्रपान का सेवन ना करें इसके अलावा अन्य तरह के कैफीन से भी दूरी बनाकर रखें.
योग इसका एक वैकल्पिक इलाज है जो दर्द को कम करने में मददगार साबित हो सकता है.
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