जानिए ,गर्मियों में पानी की कमी के क्या हैं साइड इफेक्ट

गर्मियों की शुरुआत हो गई है.जैसे जैसे गर्मियां बढ़ेंगी. इसका असर बॉडी पर देखने को मिलेगा. गर्मियों में हाइड्रेशन की समस्या होने लगेगी. ऐसा इसलिए होता है कि आमतौर पर लोग पानी पीना कम कर देते हैं, जबकि पसीना बराबर निकलता रहता है. ऐसे में बॉडी में पानी की कमी होने लगती है. यही कंडीशन डिहाइड्रेशन कहलाती है. आइये जानते है गर्मियों में डिहाइड्रेशन से कैसे बचे।

जो व्यक्ति हर दिन 5 गिलास पानी पीता है. उसे हीट स्ट्रोक का खतरा 53 प्रतिशत तक कम हो जाता है. यदि हीट स्ट्रोक होता भी है तो उसके लक्षण ज्यादा गंभीर नहीं होते हैं.

स्ट्रोक के पेशेंट में पानी कमी होेन पर कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने लगती हैं. डिहाइड्रेशन ब्लड वेसेल्स में एंडोथेलियल कार्यों में बाधा बन सकती है. इससे ब्लड सप्लाई प्रभावित होने लगती है. हार्ट अटैक आने का खतरा रहता है. इन खतरों से बचने के लिए पानी पीकर खुद को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है.

यदि कम पानी पी रहे हैं और बॉडी से अधिक निकल रहा है तो यह कंडीशन बेहद सीरियस होती है. इसमें हाइपोवॉलेमिक शॉक की समस्या हो सकती है. कभी कभी यह स्थिति जानलेवा हो जाती है. ब्लड प्रेशर डाउन के साथ ही ऑक्सीजन का लेवल बहुत तेजी से घटना लगता है.

गर्मियों में पानी कम पीने से हीट स्ट्रोक होने का खतरा बेहद आम माना जाता है. डिहाइड्रेशन होेन पर ये स्थिति बन जाती हैं. कुछ लोग एक्सरसाइज करने के बाद पानी नहीं पीते हैं, जबकि पसीना काफी निकल चुका होता है. उनके लिए सिचुएशन अलार्मिंग होती है. उल्टी, लो ब्लड प्रेशर, बैचेनी, थकान, सिरदर्द जैसी परेशानी हो सकती हैं.

यदि लंबे समय तक पानी कम पी रहे हैं तो यह क्रोनिक डिहाइड्रेशन होता है. इसमें यूरिन में इंफेक्शन, किडनी की पथरी जैसी समसयाएं हो सकती हैं. किडनी फेल होना भी इसकी एक प्रमुख वजह है. किडनी को स्वस्थ्य रखने के लिए पानी प्रॉपर पीना चाहिए.

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