जानिए, किन वजहों से होते हैं ‘पिंपल्स’?कैसे इस मुसीबत से पाएं निजात

मुंहासों की समस्या से ज्यादातर युवा पीड़ित होते हैं. इनसे छुटकारा पाने के लिए क्या कुछ नहीं किया जाता, लेकिन फिर भी ये ढीट की तरह कई बार बने रहते हैं. एक रिसर्च में पता चला है कि ब्रिटेन के 11.5 प्रतिशत एडल्ट मुंहासों की समस्या से जूझ रहे हैं. क्लिक2फार्मेसी द्वारा किए गए एक शोध के मुताबिक, एक तिहाई से ज्यादा लोगों को अपनी लाइफ में कभी न कभी पिंपल्स यानी मुंहासे का सामना करना पड़ा है.

मुंहासे वयस्कता में देखी जाने वाली सबसे कॉमन स्किन प्रॉब्लम है. उन्होंने स्किन में सूजन की स्थिति के बारे में बताते हुए कहा कि अक्सर इसकी वजह साफ नहीं होती है, लेकिन कुछ लोगों में ऐसे वजहों की पहचान की जा सकती है, जिनकी वजह से मुंहासे की स्थिति ज्यादा बिगड़ जाती है. उनका कहना है कि मुंहासे ब्लॉक ग्लैंड्स में पी. एक्ने या सी.

महिलाओं में पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS), स्मोकिंग, तनाव, पारिवारिक इतिहास और स्किनकेयर प्रोडक्ट मुंहासे की समस्या पैदा करने वाले कारक बनते हैं. डॉ डेविड बताते हैं कि आंत के स्वास्थ्य और सूजन और मुंहासे के बीच संबंधों की वजह से भी यह समस्या पैदा हो सकती है. इसके अलावा, अगर आप डेयरी प्रोडक्ट का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो भी मुंहासे आपको परेशान कर सकते हैं. वे कहते हैं कि एंटीऑक्सीडेंट-रिच फूड में चमकीले रंग के फल और सब्जियां, दालें, हरी पत्तियां और कुछ हेल्दी चाय शामिल हैं.

मुंहासों की समस्या के लिए कई बार ज्यादा तनाव भी जिम्मेदार होता है. वयस्क के मुंहासों का संबंध तनाव के स्तर में बढ़तरी से जुड़ा हुआ है. इसलिए एडाप्टोजेंस और नॉट्रोपिक्स जैसे सप्लीमेंट्री स्ट्रेस के लेवल को बैलेंस करने में मदद कर सकते हैं. इन सप्लीमेंट्स को अच्छे हेल्थकेयर स्टोर्स से हासिल किया जा सकता है. इसमें अश्वगंधा और जिनसेंग जैसे- एडाप्टोजेन्स शामिल हो सकते हैं, जो शरीर को स्ट्रेस और ट्रेंशन फ्री रखेंगे.

इसके अलावा आप अपने स्कीन रूटीन को भी मैनेज कर सकते हैं. कुछ प्रोडक्ट और इंग्रेडिएंट्स ज्यादा अच्छा रिजल्ट देते हैं और मुंहासे को कम करने में मदद करते हैं. डॉ डेविड एक ऐसे क्लीन्जर की तलाश करने की सलाह दी है, जिसमें बेंजोयल पेरोक्साइड हो.

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